योगी सरकार ने खींचा अयोध्या के विकास का खाका, कनाडा की कंपनी बनाएगी विजन डॉक्यूमेंट
अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने की बात कई बार दोहरा चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी प्रयास की ओर कदम बढ़ाते हुए अब रामनगरी के विकास का खाका खींचने का जिम्मा कनाडा के एलईए समूह की कंपनी एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने की बात कई बार दोहरा चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी प्रयास की ओर कदम बढ़ाते हुए अब रामनगरी के विकास का खाका खींचने का जिम्मा कनाडा के एलईए समूह की कंपनी एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा है। तकनीकी निविदा में प्रतिस्पर्धा कर रहीं देश-दुनिया की अन्य दो प्रमुख कंपनियों की तुलना में गुणवत्ता एवं लागत आधारित चयन प्रक्रिया में सबसे अंक पाने वाली एलईए को चुना गया है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने 26 दिसंबर, 2020 को रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल प्रकाशित कराया था। इसके जरिये भव्य अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए कंसल्टेंट चयन की प्रक्रिया शुरू हुई। प्रारंभिक तौर पर आए सात प्रस्तावों में कुल छह निविदाकर्ता प्रतिस्पर्धा के लिए चुने गए। आवास विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में गठित निविदा मूल्यांकन समिति ने 70 से अधिक अंक पाने वाली तीन कंपनियों, मैसर्स टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स, मैसर्स एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स आइपीई ग्लोबल को अंतिम प्रतिस्पर्धा के लिए चुना।
मंगलवार को आवास एवं विकास परिषद, लखनऊ के सभागार में इन कंपनियों की वित्तीय निविदा खोली गई। तकनीकी और वित्तीय निविदा आधारित अंकों के आधार पर मैसर्स एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड का चयन हुआ। मैसर्स एलएंडटी इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग लिमिटेड और मैसर्स सीपी कुकरेजा एंड एसोसिएट्स इसमें कंसोर्शियम पार्टनर होंगी। बैठक में प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन दीपक कुमार, आवास आयुक्त अजय चौहान और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह भी उपस्थित थे।
योगी सरकार ने अयोध्या को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक शहर के रूप में विकसित करने के लिए तीन चरणों में प्लान बनाया है। पहले चरण में अयोध्या के मौजूदा शहर यानी कि विकास प्राधिकरण का पुराना क्षेत्र 133 वर्ग किलोमीटर का प्लान तीन माह में तैयार कर दिया जाएगा। साथ ही इसको अमली जामा पहनाने की कवायद शुरू होगी। इसके बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण का नया विस्तारित क्षेत्र 768 वर्ग किलोमीटर का प्लान तैयार किया जाएगा और अंतिम चरण में अयोध्या के 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का प्लान तैयार होगा। पूरे प्लान को बनाने में सात से आठ माह का समय लगेगा।
इन प्रमुख बिंदुओं पर काम करेगी कंपनी
- अयोध्या का सर्वे के माध्यम से विस्तृत अध्ययन
- डिमांड एवं गैप का मूल्याकंन
- सभी हितधारकों का चिन्हांकन और उनसे अयोध्या के विकास पर विचार-विमर्श
- विजन प्लानिंग
- समान राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय केस स्टडी का अध्ययन
- इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान और नीति निर्माण
- शहर की धार्मिक पर्यटन क्षमता और राम मंदिर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए सर्वांगीण विकास
- आवास विकास परिषद की 1200 एकड़ की प्रस्तावित ग्रीनफील्ड टाउनशिप की लेआउट प्लानिग
- डीपीआर, लागत अनुमान और क्रियान्वयन नीति
- बिजनेस प्लान और सोशियो इकोनॉमिक डेवलपमेंट नीति का निर्धारण