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लखनऊ में सीरियल किलर भाइयों पर कसेगा श‍िकंजा, गुर्गों की अवैध संपत्तियों पर चलेगा बुलडोजर

लखनऊ पुलिस ने जेल में बंद सीरियल किलर भाइयों की अवैध संपत्तियों का ब्यौरा निकलवाया है। इनमें बूचर मोहाल स्थित मकान सदर तथा पुराने लखनऊ की कुछ संपत्तियां हैं। अब तक की पड़ताल में आया है कि अधिकांश संपत्ति सीरियल किलर भाइयों ने अपने गुर्गों के नाम पर खरीदी थी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 09:36 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 04:12 PM (IST)
लखनऊ में सीरियल किलर भाइयों पर कसेगा श‍िकंजा, गुर्गों की अवैध संपत्तियों पर चलेगा बुलडोजर
पुलिस आयुक्त ने छावनी परिषद से मांगी सूची। अलग अलग लोगों के नाम से खरीद रखी है करोड़ों को संपत्ति।

लखनऊ, जेएनएन। सीरियल किलर भाइयों सलीम, सोहराब व रुस्तम के खिलाफ लखनऊ पुलिस बड़ी कार्यवाही करने की तैयारी में है। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने सीरियल किलर भाइयों और उनके गुर्गों की अवैध संपत्तियों की सूची तैयार करवाई है। यही नहीं पुलिस की तीन टीमें भी गठित की गई हैं, जो पूरी कार्यवाही खाका तैयार कर रही हैं। इन अवैध बिल्डिंगों पर पुलिस की मदद से संबंधित विभाग बुलडोजर चलाएगा।  बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी व अन्य माफिया के खिलाफ पुलिस प्रशासन व लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से संयुक्त कार्यवाही शुरू की गई थी, जो अभी भी जारी है।

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इसी क्रम में लखनऊ पुलिस ने जेल में बंद सीरियल किलर भाइयों की अवैध संपत्तियों का ब्यौरा निकलवाया है। इनमें बूचर मोहाल स्थित मकान, सदर तथा पुराने लखनऊ की कुछ संपत्तियां हैं। अब तक की पड़ताल में आया है कि अधिकांश संपत्ति सीरियल किलर भाइयों ने अपने गुर्गों के नाम पर खरीदी थी। लखनऊ पुलिस अधिकांश गुर्गों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है। जेल से तीनों भाई व्यापारियों से रंगदारी मांगते थे और उस रकम से अपने गुर्गों के नाम पर प्रॉपर्टी खरीदते थे। खास बात यह है कि तीनों का मादक पदार्थों की तस्करी और सट्टेबाजी में भी खासा दखल था, जिसे पुलिस ने तोड़ा है। 

इनकी कुंडली खंगाल रही पुलिस 

सगे भाइयों के गुर्गे राज मंडल, शानू, शकील अहमद, सुब्बी, मेहंदी अब्बास, शहजादे, कालिया, अनवर, मोहम्मद ओवैश, अकरम, रेहान और मीसम समेत अन्य की कुंडली पुलिस खंगाल रही है। इन आरोपितों के नाम दर्ज संपत्तियों की जानकारी जुटाई गई है। अधिकांश आरोपित फिलहाल जेल में हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में रुस्तम छावनी परिषद का चुनाव लड़ने की तैयारी में था, लेकिन उसका नामांकन निरस्त हो गया था। रुस्तम की पत्नी रुखसार चुनाव लड़ी थी, जिसे हार का सामना करना पड़ा था। वहीं वार्ड छह से सलीम की पत्नी अंजुम आरा चुनाव जीतकर परिषद की उपाध्यक्ष बन गई।  


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