किसान आंदोलन पर मायावती ने कहा- किसान नाराज कृषि कानूनों पर दोबारा विचार करे केंद्र सरकार
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर हो रहे किसान आंदोलन का बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समर्थन किया है। बीएसपी चीफ मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि पूरे देश में किसान केंद्र सरकार के कृषि कनूनों से आक्रोशित और आंदोलित है।
लखनऊ, जेएनएन। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर हो रहे किसान आंदोलन का बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समर्थन किया है। बीएसपी चीफ मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि पूरे देश में किसान केंद्र सरकार के कृषि कनूनों से आक्रोशित और आंदोलित है। इन कानूनों पर केंद्र सरकार पुनर्विचार करना चाहिए।
बीएसपी चीफ मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'केंद्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित और आंदोलित हैं। इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए इन कानूनों पर केंद्र सरकार यदि पुनर्विचार कर ले तो बेहतर होगा।'
केन्द्र सरकार द्वारा कृषि से सम्बन्धित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित व आन्दोलित भी हैं। इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर। — Mayawati (@Mayawati) November 29, 2020
बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से आए हजारों किसान रविवार को भी सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर यूपी में बसपा के अलावा सपा और कांग्रेस समेत कई प्रमुख राजनीतिक दलों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है। यहां भाकियू भी आंदोलन में शामिल है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की कृषि विरोधी नीतियों के चलते देश के किसान आंदोलित और आक्रोशित हैं। अन्नदाता किसानों की मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाने के बजाय उन पर आंसू गैस के गोले दागना, ठंडे पानी की बौछार करना और लाठियां चलाना घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं।
यह भी पढ़ें : किसान आंदोलन पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बोले- यदि किसान आतंकवादी तो भाजपाई उनका उगाया न खाएं