यूपी में भाजपा अब मैदान में उतरकर करेगी संपर्क संवाद, जनता को बताए जाएंगे छह वर्ष में आए बदलाव
यूपी में वर्चुअल कार्यक्रमों से बाहर निकलकर बीजेपी के नेता अब मैदान में उतरकर संपर्क संवाद आरंभ करेंगे। 11 से 31 अक्टूबर तक मंडलीय प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी जिसमें वर्ष 2014 से 2020 के बीच केंद्र सरकार के कार्यों के कारण आए सकारात्मक बदलाव पर चर्चा करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में वर्चुअल कार्यक्रमों से बाहर निकलकर भारतीय जनता पार्टी के नेता अब मैदान में उतरकर संपर्क संवाद आरंभ करेंगे। आगामी 11 से 31 अक्टूबर तक मंडलीय प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी वर्ष 2014 से 2020 के बीच केंद्र सरकार के कार्यों के कारण आए सकारात्मक बदलाव पर चर्चा करेंगे। प्रत्येक जिले में सौ वक्ताओं की टीम तैयार होगी जो जनता के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियां बताएगी।
शुक्रवार को लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में मंडलीय कार्यशालाओंं की तैयारी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की परंपरा भाजपा में स्थापनाकाल से ही रही है। लगातार प्रशिक्षण का परिणाम है कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का गौरव हासिल कर सकी है। प्रशिक्षण कार्यशालाओं में कार्यकर्ताओं को विपक्ष की साजिश का तर्कपूर्ण जवाब देने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। केंद्र की छह वर्ष की उपलब्धियों के साथ राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा।
प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशालाओं में बूथ, सेक्टर व मंडल स्तरीय पदाधिकारियों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उन्होंने प्रशिक्षण के समय कोरोना बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। कहा कि कार्यक्रम के लिए ऐसे स्थलों का चयन करें, जहां सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन हो सके। उन्होंने प्रत्येक जिले से प्रशिक्षण मेें शामिल होने वाले और प्रशिक्षकों की सूची जल्द तैयार करने पर जोर दिया। प्रदेश उपाध्यक्ष व कार्यक्रम प्रभारी पंकज सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशालाएं आरंभ होने से पूर्व प्रशिक्षकों की वर्चुअल कार्यशालाएं होंगी। बैठक में महामंत्री जेपीएस राठौर, गोविंद नारायण शुक्ल, सुब्रत पाठक व अमरपाल मौर्य मौजूद थे।