चुनावी अभियान में जुटीं भाजपा की लोकसभा संचालन टोलियां
प्रदेश में 73 से ज्यादा सीटें जीतने के लिए लोकसभा और विधानसभा स्तर पर गठित की गईं संचालन टोलियों ने कमर कस ली है।
लखनऊ (जेएनएन)। आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा की राह रोकने के लिए विपक्षी दल अभी गठबंधन में उलझे हैं लेकिन, भाजपा बूथ समितियों को मजबूत करने के साथ ही चुनावी अभियान की रणनीति बनाने में जुट गई है। प्रदेश में 73 से ज्यादा सीटें जीतने के लिए लोकसभा और विधानसभा स्तर पर गठित की गईं संचालन टोलियों ने कमर कस ली है। भाजपा हर कमिश्नरी (मंडलवार) में इन टोलियों की बैठकें करने जा रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को मुरादाबाद से इसकी शुरुआत की, जबकि गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी मंडल की बैठक में शामिल होंगे। इन बैठकों के जरिये पार्टी अपने उम्मीदवारों का भी आकलन करेगी।
लोकसभा और विधानसभा स्तर पर गठित चुनाव संचालन टोली की बुधवार से दो अक्टूबर तक कुल 18 बैठकें होनी हैं। जिनमें, संगठन और सरकार की ओर से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, राष्ट्रीय महामंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा समेत कई प्रमुख नेता शामिल होंगे। इन सबके कार्यक्रम तय कर दिये गये हैं। भाजपा ने हर बूथ पर 51 फीसद मत हासिल करने का अपने कार्यकर्ताओं को लक्ष्य सौंपा है।
लोकसभा संचालन टोली में लोकसभा प्रभारी, लोकसभा प्रमुख, सोशल मीडिया प्रमुख, मीडिया प्रमुख, विधिक कार्य प्रमुख और सरकारी योजना प्रमुख समेत कुल 11 सदस्य बनाये गये हैं। लोकसभा प्रभारी संबंधित क्षेत्र से बाहर से बनाये गये हैं जबकि प्रमुख का दायित्व उसी क्षेत्र के कार्यकर्ता को सौंपा गया है।
मंडलों में होने वाली बैठकों में लोकसभा संचालन टोली के अलावा विधानसभा प्रभारी व संयोजक, जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी, सांसद व विधायक, सात मोर्चों के जिलाध्यक्ष, सभी महामंत्री विस्तारक, जिले के पांच अभियानों के प्रमुख भी आमंत्रित किये गये हैं। हर लोकसभा क्षेत्र से लगभग 40 से 45 कार्यकर्ता बुलाये गये हैं। इस समिति पर ही चुनाव संपन्न कराने और लक्ष्य हासिल करने का दारोमदार होगा। इन बैठकों में संचालन समिति को जीत के मंत्र दिये जाएंगे।
तीन सत्र की बैठकों में तय होगी चुनावी दिशा : प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने पार्टी प्रमुखों को भेजे गये पत्र में तीन सत्रों में बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इन सत्रों में पार्टी की चुनावी दिशा तय हो जाएगी। पहले सत्र में परिचय, कार्ययोजना और संगठनात्मक समीक्षा होगी।
दूसरे सत्र में आगामी योजना एवं लोकसभा संचालन टोली के कार्य एवं भूमिका तथा तीसरे सत्र में छोटे समूह के साथ राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की जाएगी। इस दिन विस्तारकों की एक अलग बैठक होगी। भाजपा ने हर मंडल की बैठक के लिए एक क्षेत्रीय महामंत्री की जवाबदेही तय की है।