मेधावी छात्रों को सम्मानित करने घर पहुंचेंगे भाजपाई, सभी प्रमुख नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी
यूपी भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि मेधावी छात्र-छात्राओं के घरों में जाने वाले नेताओं को एक या दो लोगों से अधिक संख्या न जुटाने की सख्त हिदायत दी गई है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण का प्रसार बढ़ता देख भारतीय जनता पार्टी ने इस माह प्रस्तावित कार्यक्रमों में आंशिक बदलाव करते हुए वर्चुअल अभियान जारी रखने का निर्णय लिया है। बोर्ड की परीक्षाओं में उत्तीर्ण मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए सामूहिक कार्यक्रम आयोजित करने की बजाय उनके घरों पर जाकर अभिनंदन किया जाएगा। स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रमुख नेताओं को व्यक्तिगत रूप से इसका जिम्मा सौंपा गया है। सभी जिला व क्षेत्रीय अध्यक्षों को समन्वय बनाकर सम्मान कार्यक्रम संपन्न कराने को कहा गया है।
यूपी भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि मेधावी छात्र-छात्राओं के घरों में जाने वाले नेताओं को एक या दो लोगों से अधिक संख्या न जुटाने की सख्त हिदायत दी गई है। सोमवार से आरंभ जिलेवार वर्चुअल बैठकों में इस कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जा रही है। उन्होंने बताया कि संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए मास्क पहनने, सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाए रखने और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के निर्देश भी दिए गए है।
फोन से होगा बूथ कमेटियों का सत्यापन : बूथ कमेटियों का सत्यापन फोन से किया जाएगा। जिन कार्यकर्ताओं का फोन नंबर या पता बदल गया होगा, उसे संशोधित कर सूचीबद्ध किया जाएगा। किन्ही कारणों से रिक्त हुए पदों की पूर्ति वरिष्ठजनों के परामर्श से क्षेत्रीय अध्यक्ष के संज्ञान में लाकर की जा सकेगी। सभी संगठनात्मक बैठकें ऑनलाइन करने को भी कहा गया है। बूथ कमेटियों का सत्यापन होने के बाद विधानसभा क्षेत्रवार सम्मेलन भी होंगे। साथ ही सेवाकार्यों को भी जारी रखा जाएगा।
गन्ना समितियों व पंचायत के चुनावों की तैयारी : गन्ना सहकारी समितियों का चुनाव कार्यक्रम जारी होने के कारण क्षेत्रीय व जिलाध्यक्षों को तैयारी में जुटने को कहा गया है। गन्ना समितियों के चुनाव की के लिए प्रदेश स्तर से प्रभारी तैनात हो चुके हैं। ऑनलाइन तैयारी बैठक आयोजित कर चुनाव लडऩे के इच्छुक दमदार उम्मीदवारों को चिन्हित किया जाएगा। मतदाता सूची में गड़बड़ी रोकने और विपक्ष की तैयारी पर निगाह रखने के निर्देश भी दिए गए है। इसके लिए जिलों में अनुभवी कार्यकर्ताओं की टीम भी तैयार की जाएगी। गांवों की राजनीति मेें अहम भूमिका निभाने वाली गन्ना समितियों की चुनावी गतिविधियां अगस्त माह के प्रथम सप्ताह से आरंभ हो जाएगी।