Move to Jagran APP

UP Panchayat Chunav: बीजेपी ने अपने नोताओं को पंचायत चुनाव लड़ने की दी छूट, पर लगाई यह शर्त...

UP Panchayat Chunav उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को मजबूती से तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने अपने पदाधिकारियों को मैदान में उतरने की छूट दे दी है परंतु इच्छुक नेताओं को संगठन का पद छोडऩा होगा।

By Umesh Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 10:53 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 01:23 PM (IST)
UP Panchayat Chunav: बीजेपी ने अपने नोताओं को पंचायत चुनाव लड़ने की दी छूट, पर लगाई यह शर्त...
पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास मान रही बीजेपी गांवों में पकड़ बढ़ाने का माध्यम मान लिया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को मजबूती से तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने अपने पदाधिकारियों को मैदान में उतरने की छूट दे दी है, परंतु इच्छुक नेताओं को संगठन का पद छोडऩा होगा। जिलों में चुनाव लड़ने के मजबूत दावेदारों को तलाशने के लिए वरिष्ठ नेताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवास करने को कहा गया है।

loksabha election banner

पंचायत चुनाव को विधानसभा निर्वाचन का पूर्वाभ्यास मान रही भारतीय जनता पार्टी ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ बढ़ाने का माध्यम भी मान लिया है। चुनाव समिति की बैठक में अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारने का फैसला लिया गया। चुनाव लड़ने के इच्छुक मजबूत दावेदारों के नाम जुटाने को कहा गया है।

इच्छुक मजबूत दावेदारों की तलाश : सूत्रों का कहना है कि मोदी इफैक्ट के चलतेे गांवों में पैठ बना चुकी पार्टी को मजबूती देने का काम किया जाएगा। इसलिए पंचायत व सहकारी संस्थाओं में भाजपाइयों की भागीदारी बढ़ाने की कार्ययोजना पर काम हो रहा है। इसी के चलते सहकारी संस्थाओं से लगातार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस समर्थकों को किनारे करके भाजपाइयों की तैनाती जारी है। पंचायत चुनाव की रणनीति में ग्राम, क्षेत्र और जिला पंचायतों में अधिक से अधिक पदों पर कार्यकर्ताओं को लड़ाने की योजना बनी है। जिलों में चुनाव लड़ने के इच्छुक मजबूत दावेदारों के नाम जुटाने को कहा गया है।

संचालन समिति सदस्य नहीं लड़ सकेंगे चुनाव : अधिकतम कार्यकर्ताओं को चुनाव में आजमाने के लिए पदाधिकारियों को उम्मीदवार बनाने पर सहमति बनी, परंतु परिजनों को मौका नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा जिला, क्षेत्र व प्रदेश में बनी पंचायत चुनाव संचालन समिति के सदस्यों व संयोजकों को खुद चुनाव लड़ने की मनाही है।

प्रदेश मथने को प्रभारी राधा मोहन सिंह ने डाला डेरा : अगले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले सूबे में होने जा रहे पंचायत चुनाव को भी भाजपा पूरे दमखम के साथ लड़ेगी। चुनाव के मद्देनजर पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने खुद भी सूबे में डेरा जमा लिया है। उनका कहना है कि जब से केंद्र में मोदी सरकार है, तब से उत्तर प्रदेश के गांवों के लिए कहीं अधिक धनराशि दी गई है। राज्य की योगी सरकार भी गांवों के लिए खूब पैसा दे रही है। ऐसे में गांवों के चौमुखी विकास के लिए जरूरी है कि पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम प्रधान से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष तक के पद की कमान कुशल हाथों में रहे।

विजय संकल्प लेकर उतरेगी भाजपा : बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में सकल्प लिया गया कि पंचायत चुनाव में भाजपा विजय संकल्प ले कर मजबूती से उतरेगी। इसके लिए सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ता तैयारी में जुटेंगे। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को केंद्रीय चुनाव समिति के पास सूची दिल्ली भेजने के लिए अधिकृत किया गया। बैठक में पंचायत चुनाव की रणनीति तय करते हुए आगामी सात से 17 जनवरी तक प्रवास कार्यक्रम तय किए गए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.