Move to Jagran APP

यूपीटीईटी पास 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी, प्रमाणपत्र के आजीवन मान्यता पर फैसला जल्द

UP TET 2020 केंद्र सरकार ने टीईटी का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य कर दिया है। यदि उत्तर प्रदेश में इस पर अमल हुआ तो 21 लाख अभ्यर्थियों को लाभ मिल सकता है क्योंकि अब तक यहां 21 लाख से अधिक टीईटी उत्तीर्ण हो चुके हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 08:54 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 08:54 AM (IST)
यूपीटीईटी पास 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी, प्रमाणपत्र के आजीवन मान्यता पर फैसला जल्द
यूपीटीईटी पास कर चुके 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। केंद्र सरकार ने टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य कर दिया है। यदि उत्तर प्रदेश में एनसीटीई (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) का अनुपालन हुआ तो 21 लाख अभ्यर्थियों को लाभ मिल सकता है, क्योंकि केंद्र की तर्ज पर राज्य में भी यूपीटीईटी कराई जा रही है और उसमें अब तक 21 लाख से अधिक उत्तीर्ण हो चुके हैं। हालांकि सूबे में इस परीक्षा का प्रमाणपत्र पांच वर्ष के लिए ही मान्य है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार इस पर मंथन कर रही है, इससे परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले खुश हैं।

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती में आवेदन करने वालों के लिए टीईटी उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। ये प्रमाणपत्र केंद्र का हो या फिर राज्य का। इसके अलावा बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के शिक्षकों की पदोन्नति में भी हाई कोर्ट ने इस प्रमाणपत्र को अहम बताया है। इसलिए हर वर्ष भर्ती व पदोन्नति के इच्छुक दावेदार बड़ी संख्या में आवेदन करते हैं। वहीं, जिन अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की वैधता पूरी हो चुकी है और उनका चयन नहीं हुआ है वे भी इस परीक्षा में प्रतिभाग करते हैं। प्रदेश में यदि यूपीटीईटी का प्रमाणपत्र आजीवन मान्य होने से दावेदारों की संख्या में कमी आएगी।

2012 में इम्तिहान नहीं, 2020 की प्रक्रिया का इंतजार : एनसीटीई के निर्देश पर टीईटी की शुरुआत 2011 में हुई थी, तब से राज्य में भी ये परीक्षा हो रही है। केंद्र सरकार साल में दो बार, जबकि प्रदेश में एक बार परीक्षा होती रही है। केवल 2012 में इम्तिहान नहीं हुआ और 2020 की प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है।

विज्ञापन लंबित, लग सकती मुहर : शासन ने मार्च माह में आदेश दिया था कि 11 मई को यूपीटीईटी का विज्ञापन जारी करके 18 मई से आवेदन लिए जाएं। उस समय कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रक्रिया स्थगित कर दी गई। कुछ दिन पहले ही परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने प्रस्ताव भेजा है। इसी माह विज्ञापन जारी होने के साथ प्रमाणपत्र भी आजीवन मान्य किया जा सकता है।

ये अभ्यर्थी रहे उत्तीर्ण

  • वर्ष : उत्तीर्ण
  • 2011 : 572499
  • 2013 : 102755
  • 2014 : 194700
  • 2015 : 146415
  • 2016 : 75364
  • 2017 : 94311
  • 2018 : 574783
  • 2019 : 354703
  • कुल : 21,15,530

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.