Move to Jagran APP

लखनऊ में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने बनाया बंधक, जानें क्या है पूरा मामला

69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है. इको गार्डन में अभ्यर्थियों के समर्थन में सोमवार को आए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने विधानभवन घेराव का एलान किया तो पुलिस ने बेरीकेडिंग लगाकर उन्हे रोनके का प्रयास किया।

By Vikas MishraEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 05:49 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 06:05 PM (IST)
लखनऊ में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने बनाया बंधक, जानें क्या है पूरा मामला
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। इको गार्डन में अभ्यर्थियों के समर्थन में सोमवार को आए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने विधानभवन घेराव का एलान किया तो पुलिस ने बेरीकेडिंग लगाकर उन्हे रोनके का प्रयास किया। नारे बाजी के बीच मामला बढ़ता देख सुरक्षाकर्मियों ने गार्डन के अंदर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के साथ गार्डन गेट बंद कर रोक दिया। इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर हंगामा हुआ। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की जारी रही। चंद्रशेखर बैरिकेडिंग के ऊपर माइक से अपने लोगों और पुलिस को संबोधित करते हुए प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने की अपील कर रहे थे। लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही थी।

loksabha election banner

बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही 69 हजार शिक्षक भर्ती के हजारों ओबीसी अभ्यर्थी इको गार्डन में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों पर शिक्षक भर्ती में आरक्षण के नियमों की अनदेखी को लेकर हो रहे इस प्रदर्शन को भीम आर्मी के चंद्रशेखर अगुवाई कर रहे हैं। इससे पहले भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर दोपहर में धरना स्थल पर पहुंचे। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने प्रदेश सरकार को दोपहर दो बजे तक का समय दिया था। उन्होंने कहा है कि सरकार आरक्षण के संबंध में अपना फैसला ले, अन्यथा पहली बार लखनऊ में बहुत बड़ा आंदोलन होगा। उनके अल्टीमेटम के साथ पहले से ही भारी पुलिस बल मौजूद थी। 

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि एक विचारधारा के लोग ही यहां अपना वर्चस्व बनाए हुए हैं। ऐसे में दलित को न्याय कहां से मिलेगा। यहां दलित को सिर्फ गुमराह किया जाता। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कुछ करें, लेकिन हम अपना अधिकार लिए बगैर यहां से नहीं जाएंगे। 29 अप्रैल को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की आरक्षण घोटाले की रिपोर्ट जारी होेन के साथ ही मामला बढ़ा हुआ है और अभ्यार्थी बेसिक शिक्षा मंत्री से लेकर निदेशक कार्यालय तक प्रदर्शन कर चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.