गन्ना समर्थन मूल्य घोषित न होने पर 23 जनवरी को लखनऊ में राजभवन घेरेंगे भाकियू कार्यकर्ता
भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की अनदेखी करना सरकार को महंगी पड़ेगी। उन्होंने गन्ना समर्थन मूल्य घोषित न होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि गन्ना मूल्य घोषित कराने की मांग को लेकर किसान अपने ट्रैक्टर आदि पर काला झंडा लगाकर तौल केंद्रों तक जाएंगे।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर टिप्पणी किए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री से त्यागपत्र मांगने के साथ ही 23 जनवरी को लखनऊ में राजभवन का घेराव करने की घोषणा की है। गन्ना समर्थन मूल्य 450 रुपये प्रति क्विंटल घोषित न होने तक किसानोंं से अपने ट्रैक्टरों पर काला झंडा लगाने का आह्वान किया गया है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अब लंबे आंदोलन की तैयारी में हैं। उन्होंने बताया कि 23 जनवरी को राजभवन के घेराव को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश चौहान को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
गन्ना समर्थन मूल्य घोषित न होने पर नाराजगी : भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की अनदेखी करना सरकार को महंगी पड़ेगी। उन्होंने गन्ना समर्थन मूल्य घोषित न होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि गन्ना मूल्य घोषित कराने की मांग को लेकर किसान अपने ट्रैक्टर आदि पर काला झंडा लगाकर तौल केंद्रों तक जाएंगे। यह अभियान गन्ना मूल्य घोषित होने तक जारी रहेगा।
कृषि बिल की प्रतियां फूंकेंगे : भाकियू प्रवक्ता टिकैत ने बताया कि किसान विरोधी बिलों की वापसी की मांग को लेकर गांवों में 13 जनवरी को बिल की प्रतियां दहन की जाएंगी। इसके अलावा 18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाया जाएगा। साथ 26 जनवरी का आंदोलन सफल बनाने के लिए प्रत्येक जिले में एक प्रभारी तैनात किया जाएगा।