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लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में बिना मास्क वाले भक्तों पर रोक, महंत देव्या गिरि ने बांटे मास्‍क

आंवला नवमी के अवसर पर मनकामेश्वर मंदिर में सोमवार को महंत देव्या गिरी जी महाराज ने करीब तीन सौ कपड़े के माक्स और सौ सेनिटाइजर बांटे। उन्होंने लोगों से अपील की कि आंवले का सेवन अधिक से अधिक किया जाए।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 04:24 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 04:24 PM (IST)
लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में बिना मास्क वाले भक्तों पर रोक, महंत देव्या गिरि ने बांटे मास्‍क
महंत ने मंदिर में आने वाले भक्तों से क‍िया आग्रह, मंदिर में आए तो माक्स लगा कर आए।

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मनकामेश्वर मंदिर में बिना मास्क लगाए आने वाले भक्तों पर रोक लगा दी गई है। जो भी भक्त आएंगे वह माक्स लगा कर आए और सेनिटाइजर करके आए तभी उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर की महंत देव्या गिरि ने बताया कि जिस प्रकार देश में दोबारा कोरोना महामारी फैल रही है। उसको देखते हुए हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। यदि हम इसमें लापरवाही करेंगे तो यह हम सबके जान के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए मंदिर में आने वाले भक्तों से आग्रह है कि मंदिर में आए तो माक्स लगा कर आए और सैनिटाइजर करके आएं। इसके अलावा उन्होंने मंदिर के बाहर फल फूल प्रसाद की दुकानदारों से भी आग्रह किया है कि दुकान पर स्वयं माक्स लगाएं और आने वाले श्रद्धालुओं से भी माक्स लगाने की अपील करें।

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महाकाल मंदिर में प्रतिबंध

राजेन्द्र नगर के महाकाल मंदिर में आम लोगों के दर्शन पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। मंदिर के प्रवक्ता अतुल मिश्र ने बताया कि शारीरिक दूरी के साथ एक बार में एक भक्त को जाने की अनुमति होगी। हनुमान सेतु मंदिर के मुख्य पुजारी चंद्र कांत ने बताया कि प्रसाद चढ़ाने पर प्रतिबंध होगा। पंच मुखी हनुमान मंदिर,पुराना हनुमान मंदिर, पक्का पुल के दक्छिन हनुमान मंदिर समेत सभी मंदिरों में सतर्कता बढ़ा दी गईं है।

आंवला नवमी पर बांटे गए माक्स

आंवला नवमी के अवसर पर मनकामेश्वर मंदिर में सोमवार को महंत देव्या गिरी जी महाराज ने करीब तीन सौ कपड़े के माक्स और सौ सेनिटाइजर बांटे। उन्होंने लोगों से अपील की कि आंवले का सेवन अधिक से अधिक किया जाए। आंवले के सेवन से आयु और आरोग्य में वृद्धि होती है आज के दिन को अक्षय नवमी भी कहा जाता है। क्योंकि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य फल देने वाला होता है। यह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का भारतीय संस्कृति का पर्व है इस दिन आंवले के पेड़ का पूजन कर परिवार के लिए आरोग्यता व सुख सौभाग्य की कामना की जाती है। आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु एवं शिव जी का निवास होता है। इस दिन इस वृक्ष के नीचे बैठने और भोजन करने से सभी रोगों का नाश होता है। 


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