लखनऊ में कोरोना संक्रमण की वजह सादगी से मनेगी बैसाखी, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लिया निर्णय
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आपात बैठक में लिया गया निर्णय 13 को गुरुद्वारा नाका हिंडोला में दीवान सजेगा और सीमित संख्या में हर संगत हिस्सा लेगी। मास्क और सैनिटाइजर के साथ संगतों को आने के लिए कहा गया है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की हुई आपात बैठक में बैसाखी के बड़े आयोजन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने बताया कि साजना दिवस पर होने वाला छह दिवसीय आयोजन को छोटा कर दिया गया है। 13 को गुरुद्वारा नाका हिंडोला में दीवान सजेगा और सीमित संख्या में हर संगत हिस्सा लेगी। मास्क और सैनिटाइजर के साथ संगतों को आने के लिए कहा गया है।
महासचिव हरपाल सिंह जग्गी ने बताया कि 16 से 18 अप्रैल के बीच गुरुद्वारा सदर सादगी से बैसाखी मनाई जाएगी। 16अप्रैल को लाइट और साउंड शो को निरस्त कर दिया गया है। 17 को गुरुमति समागम नहीं होगा। 18 को सुबह सात से 11 बजे तक विशेष दीवान सजेगा। सादगी से आयोजन होंगे। सरकार के बताए नियमों का पालन किया जाएगा। वहीं गुरुद्वारा मानसरोवर के अध्यक्ष संपूर्ण सिंह बग्गा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते गुरुद्वारें में प्रकाश होगा और लोगों को घरों में परिवार के साथ बैसाखी मनाने की अपील की गई है। गुरुद्वारा आलमबाग के अध्यक्ष निर्मल सिंह ने कोरोना संक्रमण के चलते सामूहिक आयोजन न करने की अपील की है। गुरुद्वारा राजाजीपुरम के धार्मिक सचिव डा.सत्येंद्र पाल सिंह ने आनलाइन आयोजन करने की अपील की है। गुरुद्वारा इंदिरानगर के सचिव जसवंत सिंह ने बताया कि मुख्य ग्रंथी प्रकाश करेंगे। संगतों को घरों में भी बैसाखी मनाने के लिए कहा गया है। गुरुद्वारा यहियागंज के सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के अनुरूप आयोजन होंंगे।