Ayodhya Dhannipur Masjid: विश्व स्तरीय वास्तुकला का नमूना होगी अयोध्या की मस्जिद, बनेंगी दो अत्याधुनिक इमारतें
Ayodhya Dhannipur Masjid अयोध्या धन्नीपुर में अत्याधुनिक मस्जिद बनाई जाएगी। मुख्य रूप से दो इमारतें मस्जिद कॉम्प्लेक्स व हॉस्पिटल भवन बनेंगीं। दोनों भवन जीरो एनर्जी कॉन्सेप्ट पर तैयार किए जाएंगे। छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। दुबई इस्तांबुल कोसोवो कतर जर्मनी आदि देशों से प्रेरणा लेकर डिजाइन किया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। भगवान राम की नगरी अयोध्या के विकास में श्रीराम के भव्य मंदिर के साथ मस्जिद की भी बड़ी भूमिका होगी। अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सुन्नी वक्फ बोर्ड को मिली पांच एकड़ भूमि पर बनने वाली मस्जिद विश्व स्तरीय वास्तुकला का नमूना होगी।
अयोध्या के धन्नीपुर में अत्याधुनिक मस्जिद बनाई जाएगी। दुबई, इस्तांबुल, कोसोवो, कतर, जर्मनी आदि देशों से प्रेरणा लेकर इसको डिजाइन किया गया है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में आर्किटेक्चर विभाग के प्रोफेसर एसएम अख्तर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों के समक्ष मस्जिद व सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का मॉडल जारी किया। उन्होंने बताया कि आजकल आर्किटेक्ट का जो ग्लोबल ट्रेंड चल रहा है, उसी के अनुसार इसे बनाया जाएगा। प्रोजेक्ट की अवधारणा तैयार है। कितना खर्च आएगा, यह आकलन अभी नहीं किया गया है।
प्रो. अख्तर ने बताया कि अयोध्या में पांच एकड़ भूमि पर मुख्य रूप से दो इमारतें मस्जिद कॉम्प्लेक्स व हॉस्पिटल भवन बनेंगीं। दोनों भवन जीरो एनर्जी कॉन्सेप्ट पर तैयार किए जाएंगे। इमारत की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इको फ्रेंडली इस इमारत के बाहरी हिस्से में हरियाली के लिए दुनियाभर से दुर्लभ पौधों को लाकर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि परंपरागत मस्जिदों की तरह इसमें डोम व आर्च नहीं होंगे। काबा की मस्जिद में भी डोम व आर्च नहीं हैं।
इसकी मीनार भी मॉडर्न लुक में रहेगी। मस्जिद दो तल की होगी। खास बात यह है कि इसके हॉल में महिलाओं के नमाज पढ़ने के लिए अलग से स्थान बनाया जाएगा। मस्जिद में कुल एक हजार लोग एक साथ नमाज पढ़ सकेंगे। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पांच तल का बनाया जाएगा। इसमें 200 बेड होंगे। इसके अलावा मस्जिद के बगल में खाली पड़ी जगह में अंडरग्राउंड म्यूजियम व लाइब्रेरी बनाई जाएगी। म्यूजियम 500 वर्ग मीटर में बनाया जाएगा। इसकी ऊपरी सतह पर घास व हरियाली होगी। मस्जिद कॉम्पलेक्स, निर्माण शुरू होने के छह माह के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा जबकि अस्पताल बनने व शुरू होने में दो वर्ष का समय लगेगा।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव व प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि इस्लाम में मस्जिद निर्माण की नींव रखने पर कोई बड़े आयोजन का रिवाज नही है। सबसे पहले सक्षम अथॉरिटी से नक्शा पास कराया जाएगा। इसके बाद निर्माण शुरू किया जाएगा। जहां तक तारीख की बात है तो 26 जनवरी व 15 अगस्त दोनों अच्छी तारीखें हैं। 26 जनवरी तक औपचारिकताएं पूरी नहीं हो पाएंगी। ऐसे में 15 अगस्त 2021 से ही काम शुरू हो सकता है। इस मौके पर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अध्यक्ष जुफर फारूकी भी उपस्थित थे।
यूनिवर्सल कल्चर को अपनाया
जाने-माने इतिहासकार व जेएनयू के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर पुष्पेश पंत ने कहा मस्जिद का डिजाइन यूनिवर्सल कल्चर को अपनाकर बनाया गया है। पुरानी सोच व दिमाग के मकडज़ाल को साफ करते हुए इसे अत्याधुनिक स्वरूप दिया है। इस इमारत में इंटरनेशनल इस्लामिक आर्किटेक्चर एवं कल्चर का आभास होगा। प्रो. पंत यहां बनने वाले म्यूजियम व लाइब्रेरी के सलाहकार हैं।
कम्युनिटी किचन से कुपोषितों को भेजा जाएगा खाना
हॉस्पिटल में बनने वाले किचन का इस्तेमाल कम्युनिटी किचन के रूप में किया जाएगा। यहां प्रतिदिन करीब दो हजार कुपोषित महिलाओं व बच्चों को मुफ्त खाने के पैकेट आस-पास के क्षेत्र में दिए जाएंगे। प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि आस-पास महिलाओं व बच्चों में कुपोषण की समस्या सबसे अधिक है। इसलिए फाउंडेशन ने यह निर्णय लिया है।
मस्जिद में खास
भूतल
कुल क्षेत्रफल-1717.6 वर्ग मीटर
सभा स्थल- 622.16 वर्ग मीटर
नमाज पढऩे का स्थल-734.83 वर्ग मीटर
कुल क्षमता-550 व्यक्ति
प्रथम तल
कुल क्षेत्रफल-1143.46 वर्ग मीटर
सभा स्थल-543.62 वर्ग मीटर
नमाज पढऩे का स्थल-548 वर्ग मीटर
कुल क्षमता-450 व्यक्ति
अस्पताल में खास
कुल क्षेत्रफल-24150 वर्ग मीटर
बेसमेंट-9000 वर्ग मीटर
कुल तल-पांच
भूतल-ओपीडी, इमरजेंसी वार्ड, फार्मेसी, डायगनोस्टिक सेंटर, वेंटिंग एरिया
प्रथम तल-मैटरनिटी वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, स्टॉफ जोन, वेंटिंग एरिया, नर्स स्टेशन, आइसीयू, एनआइसीयू
द्वितीय तल-फार्मेसी, नर्स स्टेशन, जनरल वार्ड, शेयर्ड वार्ड, स्पेशल वार्ड, स्टॉफ एरिया, कैफेटेरिया, प्रतीक्षालय
तृतीय तल-फार्मेसी, नर्स स्टेशन, जनरल वार्ड, शेयर्ड वार्ड, स्पेशल वार्ड, स्टॉफ एरिया, कैफेटेरिया, वेंटिंग एरिया
चतुर्थ तल-फार्मेसी, नर्स स्टेशन, जनरल वार्ड, शेयर्ड वार्ड, स्पेशल वार्ड, स्टॉफ एरिया, कैफेटेरिया, वेंटिंग एरिया
म्यूजियम
कुल क्षेत्रफल-500 वर्ग मीटर
पुस्तकालय-118.4 वर्ग मीटर।
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