Ayodhya Controversial Structure Case: पूर्व Dy PM लाल कृष्ण आडवाणी बोले- मेरे ऊपर लगे सभी आरोप निराधार
Ayodhya Controversial Structure Case सीबीआई की विशेष कोर्ट में लालकृष्ण आडवाणी ने अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस के प्रकरण में अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों से इंकार किया।
लखनऊ, जेएनएन। अयोध्या के ढांचा ध्वंस मामले में विशेष अदालत के समक्ष आरोपित पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने शुक्रवार को बयान दर्ज कराए। दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने कोर्ट में पेश होते हुए कहा है कि पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है, उन्हें पूर्व की केंद्र सरकार के इशारे पर फंसाया गया। जबकि वह पूरी तरह निर्दोष है।
पूर्व उप प्रधानमंत्री का पूर्व निर्धारित समय पूर्वाहन 11:30 बजे न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव के समक्ष अपने अधिवक्ता महिपाल आहलूवालिया के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिल्ली से उपस्थित हुए। अपना बयान दर्ज कराते हुए उन्होंने सीबीआइ के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जो भी गवाह सीबीआइ ने पेश किए उन्होंने झूठी गवाही दी है। साक्ष्यों को गलत तरीके से विवेचना में शामिल किया गया।
पूछे गए प्रश्नों के जवाब में उन्होंने कहा है कि संपूर्ण मामला राजनीतिक द्वेष के कारण झूठा चलाया गया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद कल्याण सिंह यद्यपि अयोध्या स्थित राम जन्म स्थल पर गए थे लेकिन उन्होंने वहां पर मंदिर निर्माण का संकल्प नहीं दोहराया था। विशेष न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने उनके बयान दर्ज करने के बाद निर्देश दिया कि सीबीआइ नई दिल्ली के मेल आईडी पर बयान की पीडीएफ फाइल भेज दी जाए। जिस पर सीबीआइ अपने माध्यम से आरोपित लाल कृष्ण आडवाणी के हस्ताक्षर कराकर कोर्ट को प्रेषित करे। सुनवाई के दौरान अदालत के समक्ष अन्य आरोपितों की तरफ से हाजिरी माफी का अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
कोर्ट ने आरोपित सतीश प्रधान के बयान के लिए आगामी 28 जुलाई की तिथि नियत की है। विध्वंस केस में अब तक कुल 32 में से 29 आरोपियों के बयान दर्ज हो चुके हैं। सीबीआई ने लालकृष्ण आडवाणी के लिए 1000 से ज्यादा सवाल तैयार किए।
इस मामले में अब तक 30 आरोपितों के बयान दर्ज हो चुके हैं। अब सिर्फ आरोपित सतीश प्रधान का बयान दर्ज किया जाना शेष है। जबकि अंतिम आरोपी ओम प्रकाश पांडे फरार चल रहा है। जिसके खिलाफ अदालत ने गैरजमानती वारंट व कुर्की की कार्रवाई आदेश पारित कर चुका है। अदालत के समक्ष सुनवाई के दौरान अभियोजन की ओर से अधिवक्ता ललित कुमार सिंह, पूर्णेन्दु चक्रवर्ती और आरके यादव और बचाव पक्ष की ओर से विमल कुमार श्रीवास्तव, केके मिश्रा व अभिषेक रंजन उपस्थित थे।
नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी खुद को निर्दोष बताया
इससे पहले गुरुवार को सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष आरोपित भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी ने दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बयान दर्ज कराए। उन्होंने कोर्ट से खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि घटना के वक्त वह मौके पर मौजूद नहीं थे। यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है और मुझे फर्जी तरीके से फंसाया गया है। जोशी ने सीबीआई के सभी आरोपों को सिरे से नकाराते हुए गवाहों के बयान को भी झूठा बताया है।
भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी ने साथ की कोर्ट से कहा कि सबूत के तौर पर पेश वीडियो कैसेट से छेड़छाड़ हुई है। योजना के तहत कैसेट को विवेचना में शामिल किया गया है। उन्होंने कोर्ट से कहा कि वह अपनी बेगुनाही के सबूत समय आने पर पेश करेंगे। सीबीआई ने बाबरी ढांचा ध्वंस मामले में जोशी से 1050 सवाल पूछे। उनसे पूछताछ का सिलसिला करीब 11 बजे से शुरू हुआ जो 3:30 बजे तक चलता रहा।
ये है मामला
अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को राम जन्मभूमि प्रांगण में विवादित ढांचा गिरा दिया गया था। इसमें बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं को आरोपी बनाया गया था, जिसमें लाल कृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, जयभान सिंह पवैया समेत कई और बड़े नेता शामिल थे। सभी ने अदालती कार्रवाई का सामना किया।
नई दिल्ली में आडवाणी से मिले गृहमंत्री अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से भेंट की। लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर करीब आधे घंटे तक गृहमंत्री अमित शाह मौजूद रहे। लखनऊ में सीबीआई कोर्ट में आडवाणी के आज होने वाले बयान के साथ ही पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन के कारण यह भेंट काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।