Ayodhya Case: आयोध्या के ढांचा ध्वंस मामले में चार अगस्त तक प्रस्तुत करने होंगे साक्ष्य
31 आरोपितों के बयान दर्ज होने के बाद कोर्ट ने सभी को अपने बचाव के साक्ष्य पेश करने के लिए 30 जुलाई तक का दिया था समय। साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए आरोपितों ने मांगा था समय।
लखनऊ, जेएनएन। अयोध्या के ढांचा ध्वंस मामले में विशेष अदालत के समक्ष शुक्रवार को भी बचाव पक्ष की ओर से कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया। बल्कि दस्तावेजी साक्ष्य दाखिल करने के लिए समय दिए जाने की मांग की गई। विशेष न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने मामले में सुनवाई के लिए चार अगस्त ( मंगलवार) की तारीख तय करते हुए बचाव के साक्ष्य दाखिल करने का निर्देश दिए।
शुक्रवार को सुनवाई के समय कोई अदालत में शुक्रवार को काई आरोपित हाजिर नही था, सभी आरोपितों की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी दी गई। जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद 15 आरोपितों की ओर से अर्जी देकर बताया गया कि वो लोग अपनी सफाई में दस्तावेज पेश करना चाहते है, उन्हें 15 दिन का समय दिया जाए। इसपर कोर्ट ने आरोपितों को अपना साक्ष्य पेश करने के लिए 4 अगस्त की तारीख नियत कर दी। साथ ही कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को निस्तारित करने के लिए समय सीमा निर्धारित की है। लिहाजा आरोपित तय समय मे अपना साक्ष्य पेश करें।
बताते चले मामले के 31 आरोपितों के बयान दर्ज हो जाने के बाद कोर्ट ने सभी आरोपितों को अपने बचाव के साक्ष्य को पेश करने के लिए 30 जुलाई की तारीख तय की थी। लेकिन गुरुवार को पवन पांडेय समेत 16 आरोपितों ने दस्तावेजी साक्ष्य दाखिल करने के लिए समय की मांग की थी। जिसपर कोर्ट ने उन्हें एक सप्ताह का समय दिया था। शुक्रवार को शेष 15 आरोपितों ने भी दस्तावेज दाखिल करने के लिए समय मांगा।