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अयोध्या कैंट नाम में रामनगरी के साथ सैनिकों का भी गौरवमयी सम्मान, रेलवे ने लगाया बोर्ड

फैजाबाद रेलवे स्टेशन की पहचान को अब पूरी तरह से बदल दिया गया है। बुधवार को कागजों से आगे बढ़ यह पहचान स्टेशन की दीवारों पर जीवंत हो गई। मुख्य द्वार से लेकर पूर्वी और पश्चिमी छोर पर लगे बोर्ड पर भी अयोध्या कैंट हिंदी उर्दू और अंग्रेजी में लिखवाया।

By Vikas MishraEdited By: Published: Wed, 03 Nov 2021 02:12 PM (IST)Updated: Wed, 03 Nov 2021 03:19 PM (IST)
अयोध्या कैंट नाम में रामनगरी के साथ सैनिकों का भी गौरवमयी सम्मान, रेलवे ने लगाया बोर्ड
गृह मंत्रालय के संस्तुति के बाद रेलवे मंत्रालय ने अयोध्या कैंट का बोर्ड बदला है।

अयोध्या, संवाद सूत्र। फैजाबाद रेलवे स्टेशन की पहचान को अब पूरी तरह से बदल दिया गया है। बुधवार को कागजों से आगे बढ़ कर यह पहचान स्टेशन की दीवारों पर जीवंत हो गई। मुख्य द्वार से लेकर पूर्वी और पश्चिमी छोर पर लगे बोर्ड पर भी अब फैजाबाद जंक्शन के स्थान पर अयोध्या कैंट हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी में लिखवा दिया गया। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए योजना पर पहल करने वाले सांसद लल्लू सिंह स्वयं मौजूद रहे। उनके साथ रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति के जोनल सदस्य व पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय गुप्त भी उपस्थित रहे।

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अयोध्या कैंट नाम के पीछे रामनगरी के साथ सैनिकों का भी गौरवमयी सम्मान छुपा है। अयोध्या शब्द रामनगरी की पहचान सेे जुड़ा है, तो कैंट शब्द यहां स्थित सेना के डोगरा रेजिमेंटल सेन्टर मुख्यालय को सम्मान देने के लिए जोड़ा गया। सांसद लल्लू सिंह का कहना है कि यहां के सैन्य क्षेत्र में देश के वीर सपूत भी रहते हैं। जिले के कई सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है, जिनका कर्ज नहीं उतारा जा सकता है। यह उनका सम्मान है।

छह नवंबर 2018 को दीपोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद जिले का नाम बदल कर अयोध्या किया था, जिसके बाद फैजाबाद जंक्शन के नए नामकरण की अटकलें आरंभ हो गई थीं। पिछले वर्ष 18 सितंबर को सांसद लल्लू सिंह की ओर से मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र से यह प्रक्रिया अभिलेखों में शामिल हुई और दो नवंबर को साकार होकर सामने आ गई। वाणिज्य निरीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रेलवे की ओर से लिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय है। स्टेशन की पहचान से जुड़े सभी स्थानों पर नाम अयोध्या कैंट लिखवा दिया गया है।


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