अयोध्या में दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर गोली मारने वाले हमलावरों की पांच गाड़ियां कब्जे में, गिरफ्तारी के लिए लगाई गईं चार टीमें
अयोध्या में बुधवार देर रात दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर हुई गोलीबारी में युवक की हत्या मामले में पुलिस ने हमलावरों की पांच गाड़ियां जब्त कर ली हैं। गोलीबारी के बाद यह वाहन हमलावर मौके पर छोड़ कर फरार हो गए थे।
अयोध्या, संवाद सूत्र। अयोध्या में बुधवार देर रात दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर हुई गोलीबारी में युवक की हत्या मामले में पुलिस ने हमलावरों की पांच गाड़ियां जब्त कर ली हैं। गोलीबारी के बाद यह वाहन हमलावर मौके पर छोड़ कर फरार हो गए थे। प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया है कि हमलावरों का एक स्थानीय युवक से विवाद हुआ था, जिसे मारने पीटने के लिए युवक आये थे। विवाद का शोर सुनकर मौके पर पहुंचे मंजीत पर विपक्षियों ने हमला कर दिया। एएसपी पलाश बंसल ने बताया कि वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर और पकड़े गए युवक से पूछताछ में अहम सुराग मिले हैं। हमलावर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी की जाएगी। अभी मृतक के स्वजनों की ओर से तहरीर नहीं मिली है। गोली लगने से घायल मंजीत की दोनों बहनें लकी और खुशी की हालत खतरे से बाहर है।
यह था मामला: एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि बुधवार की देर रात नील गोदाम के पास सजे दुर्गा पूजा पंडाल के पास जागरण हो रहा है। बगल में ही मंजीत यादव का घर है। जागरण के दौरान ही लग्जरी वाहनों से पहुंचे युवकों का एक स्थानीय युवक से विवाद होने लगा। शोर सुनकर घर से बाहर निकल कर मंजीत मौके पर पहुंच गए। बदमाशों ने मंजीत पर फायरिंग शुरू कर दी। मंजीत को बचाने पहुंची उनकी बहन लकी और खुशी को भी बादमाशों ने गोली मार दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। एएसपी पलाश बंसल ने बताया कि जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने मंजीत को मृत घोषित कर दिया। दोनों बहनों का लखनऊ में इलाज चल रहा है। पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने भी देर रात जिला अस्पताल पहुंच मृतक के स्वजनों से मुलाकात की। उन्होंने ने घटना की निंदा करते हुए पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग प्रदेश सरकार से की।