फर्जी पासपोर्ट मामले में फरार चांद बाबू अमौसी एयरपोर्ट पर एटीएस के हत्थे चढ़ा
उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने रविवार को फर्जी पासपोर्ट मामले में लंबे समय से फरार चल रहे अभियुक्त चांद बाबू को अमौसी एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने रविवार को फर्जी पासपोर्ट मामले में लंबे समय से फरार चल रहे अभियुक्त चांद बाबू को अमौसी एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। उसने फर्जी पते से पासपोर्ट बनवाया था। इस मामले के दो आरोपित अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी भी छानबीन चल रही है।
एटीएस लखनऊ थाने में 25 नवंबर 2009 को दर्ज मुकदमे में चांद बाबू वांछित चल रहा था।
यूपी एटीएस के एसपी राजकरन नैय्यर के निर्देश पर एटीएस के दारोगा मोहम्मद तारिक, मुख्य आरक्षी ब्रह्मदेव राय, आरक्षी योगेंद्र शुक्ल व विपिन कुमार की टीम ने उसे गिरफ्तार किया। 49 वर्षीय चांद बाबू बाराबंकी जिले के टिकैतनगर थाना क्षेत्र के बनगांव का निवासी है। उसके पिता का नाम अताउल्ला खां है। चांद बाबू का पासपोर्ट लखनऊ से जारी हुआ।
बाराबंकी के बनगांव निवासी होने के बावजूद उसने लखनऊ के थाना कैसरबाग के फूलबाग के फर्जी पते से पासपोर्ट बनवाया। एटीएस ने विदेश मंत्रालय को चांद बाबू का पासपोर्ट निरस्त करने के लिए भी लिखा था। एटीएस के अनुरोध पर आइबी ने 13 जून 2018 को चांद बाबू के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था।
अब मददगार की होगी तलाश, जांच अधिकारी पर लटकी तलवार
एटीएस के एडीजी असीम अरुण ने पूछे जाने पर बताया कि इस मामले में आरोपित का पता सत्यापित करने वाले जांच अधिकारी की भूमिका भी पड़ताल की जा रही है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। एटीएस की टीम अब चांद बाबू से पूछताछ कर रही है कि उसने किसकी मदद से फर्जी पासपोर्ट तैयार कराया। फर्जी पासपोर्ट के जरिये उसने कहां-कहां यात्रा की और इसके पीछे उसका मकसद क्या था।
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