इम्पैक्ट: अब पुलिस मुस्तैदी पर एएसपी की नजर, ड्यूटी में मिली लापरवाही-चार पर होगी कार्रवाई
एएसपी पूर्वी ने किया निरीक्षण, तीन पुलिसकर्मी गाड़ी छोड़कर बूथ के भीतर बातचीत में थे मशगूल। बूथ पर भूले पुलिसकर्मी असलहा।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। राजभवन के पास हत्या व लूट की सनसनीखेज घटना के बाद भी पुलिसकर्मी ड्यूटी में सतर्कता नहीं बरत रहे हैं। दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में 'मुस्तैदी की टेस्ट रिपोर्ट में फेल दिखी पुलिस' शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, इसका संज्ञान लेकर एएसपी पूर्वी ने औचक निरीक्षण किया, तो ड्यूटी में लापरवाही बरतते पुलिस कर्मी पकड़े गए।
इंस्पेक्शन पर निकले एएसपी साहब:
एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बुधवार को राजभवन के गेट नंबर दो पर औचक निरीक्षण किया तो क्यूआरटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई। क्यूआरटी का चालक गैर हाजिर मिला, जबकि तीन अन्य सिपाही पुलिस जीप छोड़कर बूथ के भीतर बातचीत में मशगूल नजर आए। एएसपी पूर्वी के मुताबिक, सुबह सात बजे से दो बजे तक क्यूआरटी पर तैनात चालक राम निवास, एचसीपी शुभ नारायण उपाध्याय व कास्टेबल कृष्ण कुमार निर्मल व विजय बहादुर की ड्यूटी लगाई गई थी। सभी को राजभवन के गेट नंबर दो पर मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए थे। पुलिसकर्मियों में मचा हड़कंप-बूथ पर भूले असलहा:
बुधवार सुबह जब औचक निरीक्षण पर पहुंचे तो
एएसपी बुधवार सुबह जब औचक निरीक्षण पर पहुंचे तो पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में तीनों पुलिसकर्मी एएसपी के सामने हाजिर तो हुए, लेकिन असलहा बूथ में ही छोड़ आए। एएसपी ने सिपाहियों के अलर्ट नहीं होने के कारण कार्रवाई की संस्तुति के लिए एसएसपी को पत्र लिखा है। एएसपी का कहना है कि आरोपित पुलिसकर्मियों ने घोर लापरवाही बरती है। पुलिस ने खड़ी कराई थी कैश वैन:
राजभवन के पास जिस कैश वैन में लूटपाट के बाद गार्ड की हत्या की गई उसे पुलिस ने मुख्य सड़क से हटाकर नीचे सन्नाटे में खड़ा कराया था। अगर कैश वैन बैंक के पास खड़ी की होती तो लूटपाट की घटना भी न होती। दूर और सन्नाटे में होने के कारण लुटेरे को कैश वैन लूटकर सुरक्षा गार्ड की हत्या का मौका मिल गया।
एक्सिस बैंक में कैश वैन से पैसा जमा करने आए सीतापुर निवासी ड्राइवर सुशील कुमार ने बताया कि पहले बैंक के गेट के पास गाड़ी रोकते थे, इसके बाद कस्टोडियन के साथ सुरक्षा गार्ड तुरंत कैश बैंक के अंदर पहुंचा देता था, लेकिन सड़क से वीआइपी निकलने के नाम पर पुलिस ने नाक में दम कर दिया। बकौल सुशील पुलिस ने ही मुख्य सड़क के नीचे कानून मंत्री बृजेश पाठक के घर के पास सन्नाटे में कैश वैन खड़ी कराने पर दबाव बनाया। जिसके बाद कैश वैन वहीं खड़ी होने लगीं। जिस कैश वैन को लूटा गया है, उसके कर्मचारियों पर भी पुलिस ने बैंक से दूर मुख्य सड़क के नीचे कैश वैन खड़ी करने का दबाव बनाया था।
एक संदिग्ध बाइक बरामद:
राजभवन के पास सोमवार को हुई हत्या व लूट की घटना के बाद राजधानी पुलिस नरही के हॉस्टलों में खाक छान रही है। बदमाश की आखिरी लोकेशन नरही में मिलने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात और बुधवार को दिन में कई हॉस्टल खंगाले। इस दौरान ओमप्रकाश पाल के हॉस्टल से एक संदिग्ध बाइक बरामद की गई। उक्त बाइक उसी कंपनी व रंग की है, जिससे बदमाश वारदात को अंजाम देकर भागा था।
पुलिस के मुताबिक पड़ताल के दौरान संदिग्ध बाइक मिली है। उक्त बाइक के दोनों पहिए पंचर मिले हैं। बाइक के बारे में छानबीन की जा रही है। पड़ताल में पता चला है कि घटना वाले दिन ही दो युवकों ने उक्त हॉस्टल खाली किया था। अंबेडकर नगर निवासी एक युवक से पूछताछ में पता चला है कि बाइक उसके भाई की है, जो उसने अपने मामा के नाम से खरीदी थी। फिलहाल युवक का भाई दिल्ली में है। पुलिस ने हॉस्टल से सुलतानपुर निवासी एक युवक का आधार कार्ड भी बरामद किया है, जिसके बारे में छानबीन की जा रही है। बाइक बरामदगी के बारे में पुलिस अधिकारी कुछ भी स्पष्ट बोलने से कतरा रहे हैं। पुलिस अंबेडकर नगर निवासी युवक को हिरासत में लेकर हॉस्टल छोड़कर जाने वाले युवकों समेत अन्य के बारे में पूछताछ कर रही है।