लखनऊ में किशोरों को इन अस्पतालों में लग रही कोरोना वैक्सीन, जानें- कैसे करें रजिस्ट्रेशन
सोमवार की सुबह से ही 15 से 18 वर्ष तक के किशोरों में कोवैक्सिन टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है। इसके लिए शहर भर में 39 केंद्र बनाए गए थे जहां पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर अस्पतालों ने तमाम व्यवस्थाएं की हैं।
लखनऊ, [रामांशी मिश्रा]। सोमवार की सुबह से ही 15 से 18 वर्ष तक के किशोरों में कोवैक्सिन टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है। इसके लिए शहर भर में 39 केंद्र बनाए गए थे जहां पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर अस्पतालों ने तमाम व्यवस्थाएं की हैं। कहीं पर अलग बूथ बनाए गए हैं तो कहीं बच्चों को प्रोत्साहन देने के लिए बूथ को गुब्बारे और बैनर से सजाया गया है।
आप घर बैठे ही टीकाकरण के लिए आसानी से रजिस्ट्रशेन करा सकते हैं। कोविन पोर्टल पर आनलाइन पंजीकरण के साथ ही आनस्पाट भी पंजीकरण कराकर वैक्सीन लगवाई जा सकती है। इसके लिए आधार कार्ड, स्कूल का आइकार्ड और मोबाइल नंबर अपने साथ लाना अनिवार्य होगा। बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट ने प्रदेश सहित देशभर के लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
सिविल अस्पताल के निदेशक डा. आनंद कुमार ओझा ने बताया कि यहां पर सुबह से ही बड़ी संख्या में स्कूलों से बच्चे, शिक्षक और कुछ अभिभावक आए हुए हैं। कुछ स्कूलों से बच्चों को लाया गया है तो वही कुछ बच्चे स्वयं पंजीकरण करवाकर वैक्सीनेशन के लिए आए हैं। हमने उनके लिए अलग से बूथ की व्यवस्था की है। यहां पर सुबह 9:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक टीकाकरण किया जाएगा।
संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट में कोरोना के नोडल इंचार्ज डा. अनुपम वर्मा ने बताया कि बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए हमने अलग से व्यवस्था की है। उनके बूथ को अलग बनाया गया है। बच्चों के मन में आ रहे संशय को मिटाने और उनको बेहतर महसूस करवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर एक बच्चे के साथ एक अभिभावक को जाने की अनुमति दी जा रही है ताकि बिना डरे बच्चे टीकाकरण करवा लें।
लोकबंधु राजनारायण चिकित्सालय में भी सुबह 9:00 बजे से ही बड़ी संख्या में बच्चे टीकाकरण के एकत्रित होने लगे। यहां के चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि दोपहर 12:30 बजे तक लगभग 250 बच्चों का टीकाकरण हो चुका है। बच्चे बहुत ही उत्साहित और टीकाकरण को लेकर आशान्वित नजर आ रहे हैं।
डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की कोरोना की नोडल इंचार्ज डा. विनीता शुक्ला ने बताया कि हमारे यहां बच्चों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। यहां पर टीकाकरण के साथ बच्चों को सतर्कता बरतने की भी सलाह दी जा रही है। बच्चों के बूथ को कुछ अलग ढंग से सजाया गया है ताकि वह भी बिना डरे वैक्सीन के लिए अधिक से अधिक संख्या में आएं।
इसके अलावा सरोजिनी नगर सीएचसी में भी सुबह से ही बच्चे टीकाकरण के लिए पहुंचने लगे। टीकाकरण के बाद कुछ बच्चों के मन में यह भी भाव था कि वह अब पूरी तरह सुरक्षित है और कहीं भी स्वच्छंद रूप से आ जा सकते हैं। इस पर डाक्टरों ने उन्हें समझाया कि टीकाकरण के बाद भी सतर्कता और कोविड-19 प्रोटोकाल के नियमों का पालन करना जरूरी है।