सेना की गौरव गाथा के बारे में जानना है तो आइए दिलकुशा लॉन
पराक्रम दिवस के अवसर पर दिलकुशा लॉन में इंफेंट्री हथियारों की प्रदर्शनी कल से लगाई जाएगी। हथियारों की प्रदर्शनी तीन दिन चलेगी, जिसमें सेना की गौरव गाथा का वर्णन होगा।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। उरी सेक्टर में सैन्य ठिकाने पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के खिलाफ हुई भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक को दो साल पूरे हो रहे हैं। सेना इसे पराक्रम दिवस के रूप में मनाएगी। सेना तीन दिनों तक लखनऊ छावनी में कार्यक्रम आयोजित करेगी। जिसके तहत इंफेंट्री हथियारों की प्रदर्शनी और कवि सम्मेलन के साथ 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में स्कूली बच्चों को सैनिकों के साथ एक दिन बिताने का भी अवसर मिलेगा।
पराक्रम दिवस की शुरुआत गुरुवार को 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में कवि सम्मेलन से होगी। इसी तरह 28 और 29 सितंबर को सुबह नौ से शाम चार बजे तक दिलकुशा लॉन में इंफेंट्री हथियारों की प्रदर्शनी, रोमांच पैदा करने वाला सेना का बैंड डिस्प्ले युवाओं को आकर्षित करेंगी। यादगार पलों को कैमरे में कैद करने के लिए सेना यहां सेल्फी जोन भी बनाएगी। वहीं 28 और 29 सितंबर को स्कूली बच्चे 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर का भ्रमण करेंगे। वह यहां सेना के जवानों के साथ कुछ पल बिताएंगे। जिससे उनको पता चल सके कि एक सैनिक किन परिस्थितियों में रहकर देश की रक्षा के लिए तैयार होता है। रक्षा मंत्रालय की जनसंपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि पराक्रम दिवस की तैयारियां पूरी हो गई हैं।
नए सेनाध्यक्ष को लेकर तैयारियां तेज
मध्य कमान के नए सेनाध्यक्ष के आगमन को लेकर छावनी में तैयारियां तेज हो गई हैं। वर्तमान में तैनात ले. जनरल बीएस नेगी इस माह के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनकी जगह पूर्वी कमान में तैनात ले. जनरल अभय कृष्ण को तैनात करने की तैयारी है। मध्य कमान युद्ध स्मारक स्मृतिका पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के आयोजन की तैयारियों का अभ्यास सेना के जवान कर रहे हैं। जबकि छावनी के सैन्य इलाकों में रंगरोगन भी किया जा रहा है।