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CM योगी आदित्यनाथ की एक और ठोस पहल, महिलाओं की योजनाओं पर महिला अफसर रखेंगी नजर

महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव मोनिका एस. गर्ग ने प्रत्येक जिले के लिए तीन-तीन महिला नोडल अफसरों की टीम तैयार कर दी है। इन्हें मुख्यमंत्री ने खुद नामित किया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 09:37 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 08:03 AM (IST)
CM योगी आदित्यनाथ की एक और ठोस पहल, महिलाओं की योजनाओं पर महिला अफसर रखेंगी नजर
CM योगी आदित्यनाथ की एक और ठोस पहल, महिलाओं की योजनाओं पर महिला अफसर रखेंगी नजर

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा व बेहतरी के लिए ठोस पहल की है। अब आधी आबादी से जुड़ी योजनाओं की निगरानी महिला अधिकारी करेंगी। इसके लिए सरकार ने तीन-तीन वरिष्ठ महिला अफसरों की टीम प्रत्येक जिले के लिए तैयार की है। इन टीमों में आइएएस, आइपीएस, पीसीएस, आइएफएस व पीपीएस अफसर शामिल की गई हैं। टीमें तीन दिन प्रवास कर विभिन्न योजनाओं का हाल-चाल लेंगी और सरकार को फीडबैक देंगी।

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टीम में शामिल अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने खुद नामित किया है। यह पहल महिलाओं के मन में सरकार के प्रति भरोसा दिलाने के लिए की गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग ने बताया कि नोडल अफसर महिलाओं व बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले सभी भेदभाव को समाप्त करेंगी। हानिकारक प्रथाओं को समाप्त करने के साथ ही राजनीतिक, आर्थिक व लोकजीवन में निर्णय लेने के लिए महिलाओं का समर्थन करेंगी। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सुमंगला योजना लांच करने जा रही है। इस योजना की निगरानी भी नोडल अफसर करेंगी।

लखनऊ में अनीता व वाराणसी में मनीषा को जिम्मेदारी

प्रदेश सरकार ने लखनऊ में 1985 बैच की आइएएस अफसर अनीता भटनागर जैन को नोडल अफसर बनाया है। साथ ही 2013 बैच की आइएएस अपूर्वा दुबे व पीपीएस श्रेष्ठा को नोडल अफसर बनाया है। वाराणसी में आइएएस मनीषा त्रिघाटिया, आइपीएस चारू निगम व पीसीएस अफसर ज्योति मौर्या को नोडल अफसर बनाया है। गोरखपुर में आइएएस काजल, सुनीता सिंह व पीसीएस निष्ठा उपाध्याय को जिम्मेदारी दी गई है।

इन योजनाओं की होगी निगरानी

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
  • कन्या सुमंगला योजना
  • वन स्टाप सेंटर योजना
  • 181 महिला हेल्पलाइन
  • महिला शक्ति केंद्रों की स्थिति
  • बाल विवाह की रोकथाम के लिए कार्ययोजना
  • विधवा पेंशन
  • बालिका गृह, स्वधार गृह, महिला शरणालय का निरीक्षण
  • महिला व बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की समीक्षा
  • गुमशुदा बालिकाओं व महिलाओं की स्थिति
  • पॉक्सो एक्ट के तहत आए प्रकरणों की समीक्षा
  • एंटी रोमियो अभियान व घरेलू हिंसा के प्रकरण की समीक्षा
  • पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत मुखबिर योजना
  • एनीमिया मुक्त, टीकाकरण अभियान व हौसला साझेदारी सहित विभिन्न अभियान
  • जिला महिला अस्पतालों की समीक्षा
  • जिला अस्पतालों के मैटरनिटी विंग का निरीक्षण
  • पोषण अभियान
  • बालिकाओं के कौशल प्रशिक्षण, महिला स्वयं सहायता समूहों की स्थिति
  • उच्च शिक्षा में बालिकाओं के प्रवेश की स्थिति
  • रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान व बाल कोष की समीक्षा

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