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Anamika Shukla Case : केजीबीवी जांच की समीक्षा करेंगे एडी बेसिक शिक्षा और डायट प्राचार्य

Anamika Shukla Case प्रत्येक एडी बेसिक को दूसरे मंडल के किसी एक जिले में जाकर जांच कार्यों की समीक्षा करनी होगी। डायट प्राचार्य को भी एक जिले में जाकर यह समीक्षा करनी होगी।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 04:55 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 04:56 PM (IST)
Anamika Shukla Case : केजीबीवी जांच की समीक्षा करेंगे एडी बेसिक शिक्षा और डायट प्राचार्य
Anamika Shukla Case : केजीबीवी जांच की समीक्षा करेंगे एडी बेसिक शिक्षा और डायट प्राचार्य

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अनामिका शुक्ला प्रकरण सामने आने के बाद कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में शुरू हुई शिक्षिकाओं के अभिलेखों और पहचान पत्रों की जांच व सत्यापन कार्य की अब जिलों में जाकर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (एडी बेसिक) और डायट प्राचार्य समीक्षा करेंगे। प्रत्येक एडी बेसिक को दूसरे मंडल के किसी एक जिले में जाकर जांच कार्यों की समीक्षा करनी होगी। डायट प्राचार्य को भी एक जिले में जाकर यह समीक्षा करनी होगी।

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अनामिका शुक्ला प्रकरण में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों की ओर से की जाने वाली समीक्षा के बारे में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने मंगलवार को दिशा निर्देश जारी कर दिया है। हर एडी बेसिक को समीक्षा के लिए जिला भी आवंटित कर दिया गया है। उन्हें अपनी समीक्षा रिपोर्ट महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय को 20 जुलाई तक भेजने का निर्देश दिया गया है। सभी एडी बेसिक से कहा गया है कि वह संबंधित जिले में जाकर वहां केजीबीवी के कार्मिकों के मूल शैक्षिक अभिलेखों की नियुक्ति के समय प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों से मिलान और सत्यापन की कार्यवाही की समीक्षा करें। अभिलेखों का रैंडम परीक्षण भी करें।

उन्हें केजीबीवी कार्मिकों के आधार सत्यापन की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया गया है। शत-प्रतिशत आधार सत्यापन सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है। शैक्षिक अभिलेखों की जांच में जिन कार्मिकों की संदिग्धता प्रमाणित हो चुकी है, उनकी संविदा समाप्त करने, उनसे मानदेय की रिकवरी करने और उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की कार्यवाही की स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। जिले में अभिलेखों का सत्यापन न कराए जाने की स्थिति में जिम्मेदारी तय करने के लिए भी निर्देशित किया गया है।

अब तक 22 शिक्षिकाएं बर्खास्त, 182 मामले संदिग्ध : अनामिका शुक्ला मामला सामने आने पर शासन सभी केजीबीवी के कार्मिकों के शैक्षिक अभिलेखों और आधार कार्ड की जांच करा रहा है। प्रदेश के सभी 746 केजीबीवी में कार्यरत 5486 शिक्षिकाओं में से 5380 ने अपने मूल अभिलेख जमा कराए हैं। अभिलेखों की दूसरी प्रति जमा करने वाले शिक्षकों की संख्या 563 है। वहीं 4850 शिक्षकों का आधार सत्यापन हुआ है। अब तक 22 फर्जी शिक्षिकाओं की संविदा समाप्त की जा चुकी है, जबकि चार और मामलों में एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही जारी है। अब तक हुई जांच में 182 मामले संदिग्ध पाये गए हैं।


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