माध्यमिक विद्यालयों में भी होगा पूर्व छात्र मिलन समारोह, दिग्गजों से मिलेगा विद्यार्थियों को मार्गदर्शन
यूपी बोर्ड को स्टूडेंट फ्रेंडली और एडवांस बनाने के लिए स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह आयोजित किए जाने की योजना। टीवी चैनल के जरिये विद्यार्थियों को वीडियो लेक्चर मुहैया कराकर विभाग ने कोरोना काल की आपदा को अवसरों में बदलने की शुरुआत की है।
लखनऊ [पुलक त्रिपाठी]। सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के सामने यूपी बोर्ड को कमतर आंकने वाले दिन गए। अब माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड को स्टूडेंट फ्रेंडली और एडवांस बनाए जाने की दिशा में जोर शोर से तैयारी शुरू हो चुकी हैं। इसी क्रम में परिषद के अधीन संचालित स्कूलों में हर साल पूर्व छात्र मिलन समारोह आयोजित किए जाने की योजना बन रही है। ताकि अलग-अलग क्षेत्रों में बड़े-बड़े पदों पर काम कर रहे पूर्व छात्रों का संरक्षण मौजूदा छात्रों को मिल सके और वे उनके मार्गदर्शन में कैरियर और इंडस्ट्री से जुड़े अनुभव को जानकर अपनी दिशा भी उसी अनुसार तय कर सकें। इसके लिए के लिए अलग-अलग क्षेत्र में काम कर प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, न्यायाधीशों, राजनेताओं, इंडस्ट्रलिस्ट, इनोवेटर, वैज्ञानिक की सूची तैयार की जाएगी। जिस विद्यालय से इन सभी विभूतियों ने शिक्षा ग्रहण की है, उस विद्यालय की ओर से पूर्व छात्र मिलन समारोह के लिए आमंत्रण भेजा जाएगा। पूर्व छात्र मिलन समारोह के दौरान 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थी भी समारोह में मौजूद रहेंगे।
अपलोड होगी टॉपर्स की सूची
माध्यमिक शिक्षा परिषद एक और बड़ी करने जा रहा है।इसके तहत यूपी बोर्ड के हर साल के टॉपर का नाम परिषद की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। साथ ही उनके प्राप्त अंको को भी अंक पत्र के रूप में वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। ताकि छात्र उनकी मेहनत से प्रेरणा ले सकें।
कोरोना काल मे माध्यमिक शिक्षा विभाग बना हाईटेक
अभी तक तकनीकी रहित प्रयास न होने के कारण कई वर्षों से माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश आइसीएसई और सीबीएसई से काफ़ी पिछड़ा माना जाता रहा है, कुछ यही कारण रहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में नवाचार की कमी भी देखने को मिलती रही। मगर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कोरोना काल को आपदा की जगह अवसर में तब्दील कर दिया। माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से स्कूल बंद चल रहे थे, इसी दौरान माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के इ कंटेंट तैयार कर विभिन्न चैनलों के माध्यम से उसका प्रसारण कराया ताकि बच्चे लाइव क्लास की तरह लेक्चर का लाभ उठा सकें। इसके लिए विभाग ने योग शिक्षकों की सूची तैयार की और डॉ ए पी अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में उनके लेक्चर का वीडियो शूट कराया। वीडियो लेक्चर को परीक्षण के लिए एनसीईआरटी भेजा गया। एनसीईआरटी द्वारा पास करने पर ही वीडियो लेक्चर का प्रसारण किया गया।
क्या कहते हैं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ?
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला के मुताबिक, विभाग को आगे बढ़ाने के लिए नवप्रयोग किए गए हैं। टीवी चैनल पर विद्यार्थियों को यूपी बोर्ड की कक्षाओं के वीडियो लेक्चर मुहैया होंगे इसकी कल्पना नहीं गई थी, मगर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यह करके दिखाया। इसके अलावा हम पूर्व छात्र मिलन समारोह की भी प्लानिंग कर रहे हैं, ताकि बच्चों को एक अच्छा मार्गदर्शन मिल सके।