मंत्रियों तक के नाम सूची से गायब, लोगों से मतदान की अपील बेईमानी: अखिलेश यादव
पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा देवरिया से भारतीय जनता पार्टी के सांसद कलराज मिश्र के साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया सुलखान सिंह का नाम मतदाता सूची से गायब था।
लखनऊ (जेएनएन)। रविवार को निकाय चुनाव के दूसरे चरण के मतदान हुए। इसमें 25 जिलों की 189 नगरीय निकायों के 3790 पदों के लिए 24622 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वैसे-वैसे कई मतदान केंद्रों से ईवीएम में गड़बड़ी और लोगों के नाम मतदान सूची से गायब होने की खबरें आने लगीं। आलम तो यह था कि कई वीआईपी लोगों तक के नाम मतदाता सूची में नहीं थे। इन्हीं अव्यवस्थाओं को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा।
जब सांसद, मंत्री, मेयर तक के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं, तब आम जनता से वोट डालने की अपील का क्या फ़ायदा. इसे सुधारना ही होगा, नहीं तो जो उँगलियाँ वोट देने के बाद शान से उठायी जाती हैं, वो सरकार की मंशा पर उठने लगेंगी. चुनावी प्रक्रिया में विश्वास लोकतंत्र की सबसे बड़ी ज़रूरत है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 27, 2017
उन्होंने अपने आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया, 'जब सांसद, मंत्री, मेयर तक के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं, तब आम जनता से वोट डालने की अपील का क्या फायदा। इसे सुधारना ही होगा, नहीं तो जो उंगलियां वोट देने के बाद शान से उठायी जाती हैं, वो सरकार की मंशा पर उठने लगेंगी। चुनावी प्रक्रिया में विश्वास लोकतंत्र की सबसे बड़ी जरूरत है।'
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गौरतलब है कि रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा देवरिया से भारतीय जनता पार्टी के सांसद कलराज मिश्र के साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया सुलखान सिंह का नाम मतदाता सूची से गायब था। इनके साथ ही वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहे वीरभद्र निषाद का नाम भी मतदाता सूची में नहीं था।
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