अखिलेश यादव ने परिवार संग किया मेट्रो में सफर, कहा- BJP जांच कराती रहेगी, सपा करेगी काम
अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल और दोनों बेटियों के साथ किया मुंशीपुलिया से एयरपोर्ट तक मेट्रो से सफर। आजम खां अपने विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ मौजूद रहे।
लखनऊ, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को भाजपा पर तंज कसे। उन्होंने कहा कि सपाइयों ने जोड़ने का काम किया और भाजपा ने तोड़ने का। मेट्रो समाजवादी की ही देन है। लखनऊ से दिल्ली की दूरी कम करने का काम सपा सरकार ने किया है। आगरा एक्सप्रेस इसका सशक्त उदहारण है। भाजपा सिर्फ जांच कराती रहेगी, सपा काम करेगी। यह बातें अखिलेश यादव ने एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया के बीच शुरू हुई मेट्रो में सफर के दौरान कही।
खास बात यह रही कि अखिलेश यादव ने यात्रियों के बीच मुंशीपुलिया से एयरपोर्ट फिर एयरपोर्ट से हजरतगंज तक पत्नी डिंपल और दोनों बेटियों टीना और अदिति के साथ गो स्मार्ट गार्ड से सफर किया। वहीं, साथ में सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां अपने विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम और वरिष्ठ नेता अहमद हसन भी मेट्रो में मौजूद रहे। पार्टी के कई नेता भी साथ रहे।
यात्रियों को अखिलेश ने दी बधाई, डिंपल ने की बातचीत
सफर के दौरान अखिलेश यादव ने यात्रियों को बधाई दी। वहीं, उनके चाहने वालों में काफी उत्साह दिखाई दिया। यात्रियों ने अखिलेश को फैमली के साथ देख फोटो भी ली। डिंपल यादव ने यात्रियों से बातचीत भी की।
No matter how people try to divide us, India is united — our spirit of love & brotherhood cannot be defeated. In the heart of Lucknow— Hazratganj — I invite you to join me on a journey to change our country for the better #CountryForAll #MakeEveryVoteCount #MeraLucknow pic.twitter.com/voYYExm9XJ— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 10, 2019
ट्वीट कर जाहिर की खुशी
वहीं, अखिलेश यादव ने मेट्रो में किए गए सफर की फोटो ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की। फोटो के साथ लिखा - ''लखनऊ के दिल में- हजरतगंज। मैं आपको बेहतर देश के लिए हमारे देश को बदलने के लिए एक यात्रा पर शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग हमें कैसे विभाजित करने का प्रयास करते हैं। भारत एकजुट है। प्यार और भाईचारे की हमारी भावना को हराया नहीं जा सकता। हमारे किसान हमें खिलाने के लिए सिर्फ हमारे आभार के लायक नहीं हैं। हमें भंडारण और माल ढुलाई बुनियादी ढांचे का निर्माण करना होगा जो हमारे छोटे किसानों को दुनिया को खिलाने और स्वयं लाभ प्राप्त करने देगा।''