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प्रतीक के गृह प्रवेश पर एकत्र हुआ यादव कुनबा, शिवपाल के आगमन पर चले गए अखिलेश

अपर्णा यादव के गृह प्रवेश के दौरान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संयोजक शिवपाल सिंह यादव के आगमन की सूचना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव वहां से चले गए।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 02:04 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 03:00 PM (IST)
प्रतीक के गृह प्रवेश पर एकत्र हुआ यादव कुनबा, शिवपाल के आगमन पर चले गए अखिलेश
प्रतीक के गृह प्रवेश पर एकत्र हुआ यादव कुनबा, शिवपाल के आगमन पर चले गए अखिलेश

लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव के लखनऊ में आज गृह प्रवेश पर एक बार फिर समाजवादी पार्टी का सबसे बड़ा कुनबा एकत्र हुआ, हालांकि इसमें शिवपाल सिंह यादव शामिल नहीं थे। लखनऊ के अमर शहीद पक्ष पर अंसल एपीआइ में अपर्णा यादव के गृह प्रवेश के दौरान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संयोजक शिवपाल सिंह यादव के आगमन की सूचना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव वहां से चले गए।

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव के बीच राजनीतिक टकराव तो निरंतर बढ़ रहा है लेकिन, अब दोनों के पारिवारिक रिश्ते भी कमजोर होने लगे हैं। इसका असर घरेलू उत्सव में देखने को मिला। आयोजन में अखिलेश और शिवपाल दोनों पहुंचे, लेकिन आमना-सामना तक नहीं हुआ। राजनीतिक गलियारे में दिन भर यही चर्चा रही।

राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित आवास में मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक यादव और उनकी पत्नी अपर्णा बिष्ट यादव रहती हैं। अपर्णा ने सितंबर में कन्या को जन्म दिया था। बुधवार को नवजात कन्या के उत्तम स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए हवन पूजन और प्रीति भोज का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव समेत परिवार के लोग शामिल थे। इस बीच सूचना आई कि वहां शिवपाल यादव आ रहे हैं। शिवपाल के आने की खबर लगते ही अखिलेश यादव वापस लौट गए। इसके राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले गए।

पारिवारिक खेमेबंदी में मुलायम सिंह यादव भले कभी अखिलेश और कभी शिवपाल के साथ अपना प्रेम दर्शाते हैं लेकिन, अपर्णा चाचा शिवपाल के ही खेमे में खुलकर आ गई हैं। ध्यान रहे कि अभी हाल में राजभवन के सामने छोटे-छोटे 24 दलों के सम्मेलन में शिवपाल सिंह यादव पहुंचे तो अपर्णा भी गई थीं। उन्होंने चाचा की पार्टी को मजबूत करने का बयान दिया। अपर्णा ने उनकी ही पार्टी से चुनाव लडऩे की भी इच्छा जाहिर की है। अखिलेश और प्रतीक सौतेले भाई हैं। मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी के पुत्र अखिलेश हैं जबकि दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के पुत्र प्रतीक यादव हैं।

नवरात्र के बाद अब मांगलिक कार्य ने जोर पकड़ लिया है। इसी क्रम में आज मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव ने अंसल एपीआइ में अपने नए घर में प्रवेश किया। इस दौरान मुलायम सिंह यादव के साथ उनकी पत्नी साधना, अखिलेश यादव, डिंपल यादव भी मौजूद थे। प्रतीक यादव ने अपर्णा यादव से साथ पूजा की। अपर्णा और उनके पति प्रतीक यादव ने पूजा अर्चना की। इस दौरान हवन के समय डिम्पल भी उनके साथ हवन करती रहीं। पूजा खत्म होने के बाद डिंपल यादव वहां कार्यकर्ताओं से मिली। इसके बाद समाजवादी पार्टी के सबसे बड़े परिवार के लोगों ने ग्रुप फोटो भी खिचवाई।

प्रतीक तथा अपर्णा के गृह प्रवेश में उनकी भाभी डिंपल भी अखिलेश यादव के साथ पहुंची। पिंक साड़ी में डिम्पल यादव की मौजूदगी सभी को बहुत भा रही थी। इसी दौरान चाचा शिवपाल सिंह यादव के इस कार्यक्रम में पहुंचने की सूचना आ गई। यह सूचना मिलते ही अखिलेश यादव वहां से चले गए। शिवपाल ने भी वहां पर सभी को आशीर्वाद दिया। इस दौरान वह मुलायम सिंह यादव के साथ काफी देर तक थे।

इससे पहले शिवपाल यादव ने भी गृह प्रवेश किया था। शिवपाल सिंह यादव को बसपा मुखिया मायावती का खाली बंगला आवंटित हुआ था। जहां पर शिवपाल सिंह यादव अपना ऑफिस बनाया है।

मुलायम के दांव से सभी परेशान
मुलायम सिंह यादव के सियासी दांव से सभी लोग हैरान हैं। कभी अखिलेश के साथ उनके कार्यक्रम में होते हैं, तो कभी अपने भाई शिवपाल के कार्यक्रम में पहुंच जाते हैं। जिसको देखकर लोग अंदाजा नहीं लगा पाते की आखिर मुलायम हैं किसकी तरफ। इससे समाजवादी पार्टी की मुश्किलें भी बढ़ गयी हैं।

शिवपाल की पार्टी से चुनाव लड़ेंगी अपर्णा यादव
मुलायम यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने साफ कहा कि अगर उनको अखिलेश यादव या शिवपाल सिंह यादव में से किसी एक को चुनने का अवसर मिलेगा तो वह चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ रहेंगी। अपर्णा यादव ने स्वीकार किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव के समाजवादी पार्टी से अलग होने से बड़ा असर पड़ेगा। अगर उन्हें चुनाव लडऩे का मौका मिला तो अखिलेश या शिवपाल में से वह अपने चाचा शिवपाल और नेता जी मुलायम सिंह यादव को चुनेंगी।


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