Ajit Singh Murder Case in Lucknow: पूर्व सांसद धनंजय सिंह के कहने पर किया था शूटर का इलाज
Ajit Singh Murder Case in Lucknow अजीत सिंंह हत्याकांड में नर्सिंग होम संचालक ने कोर्ट में दर्ज कराया बयान मुकदमे में आरोपित बनेंगे धनंजय सिंंह। पूछताछ के लिए पूर्व सांसद को भेजा जाएगा नोटिस शिकंजे में आएंगे कई सफेदपोश भी।
लखनऊ, जेएनएरन। Ajit Singh Murder Case in Lucknow: बहुचर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में विभूतिखंड पुलिस बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को आरोपित बनाने की तैयारी में है। सुलतानपुर के नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर एके सिंह ने मंगलवार को कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया। एके सिंह के बयान को पुलिस आधार बना रही है। बयान में एके सिंह ने कहा है कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह के कहने पर उन्होंने शूटर का इलाज किया था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया था।
सूत्रों के अनुसार पूर्व सांसद को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जाएगा। इसके बाद पूरे प्रकरण में शामिल लोगों के नाम सार्वजनिक होंगे। पुलिस इस हत्याकांड में कई अन्य सफेदपोशों के नाम भी उजागर करेगी। हत्याकांड के पीछे पूर्वांचल में राजनीतिक वर्चस्व की बात सामने आई है। आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह, अखंड सिंह के अलावा गिरधारी उर्फ डॉक्टर के बयान भी पुलिस के लिए अहम हैं। शूटर का गोमतीनगर में इलाज करने वाले डॉक्टर निखिल के बाद डॉ. एके सिंह के बयान से पुलिस शूटर के सफेदपोशों से कनेक्शन की बात कह रही है।
पुलिस धनंजय सिंह से जानकारी लेगी कि शूटर का इलाज कराने का उनका क्या मकसद था? धनंजय के अलावा और कौन लोग शूटर को शह देने में शामिल हैं? इसके अलावा अजीत की हत्या किसके इशारे पर की गई और कौन-कौन इस साजिश के पीछे थे? एके सिंह ने पूछताछ में बताया कि उन्हें नहीं पता था कि घायल व्यक्ति किसी अपराध में शामिल है अथवा किसी का कत्ल करके आया है। डॉक्टर ने यह भी कहा कि उन्हें बताया गया था कि सरिया घुसने से युवक घायल हुआ था। जब तक उनको पूरे मामले की जानकारी होती शूटर इलाज कराकर अस्पताल से जा चुका था। पुलिस ने कागजी कार्यवाही मजबूत करने के लिए चिकित्सक का बयान दर्ज कराया है।
साक्ष्य छिपाने के बन सकते हैं आरोपित
सूत्रों के मुताबिक पूर्व सांसद शूटर को शरण देने और साक्ष्य छिपाने के आरोपित बन सकते हैं। पुलिस को पूर्व सांसद के खिलाफ पर्याप्त इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मिले हैं। डॉ. निखिल और डॉ. एके सिंह के मोबाइल फोन में बातचीत के प्रमाण भी पुलिस के पास मौजूद हैं। पुलिस पूर्व सांसद के करीबी मानसनगर कृष्णानगर निवासी विपुल की तलाश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पूर्व सांसद के कहने पर विपुल ही पहले घायल को डॉ. निखिल के पास लेकर गया था। मऊ के ब्लाक प्रमुख के प्रतिनिधि अजीत सिंह की छह जनवरी की रात लखनऊ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।