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यूपी में शिक्षामित्रों का अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन और पुतला दहन

रविवार की छुट्टी के बावजूद आज शिक्षामित्रों ने मंत्री, सांसद, विधायकों के आवासों का घेराव, जाम, धरना और प्रदर्शन किया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 30 Jul 2017 04:32 PM (IST)Updated: Mon, 31 Jul 2017 08:01 AM (IST)
यूपी में शिक्षामित्रों का अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन और पुतला दहन
यूपी में शिक्षामित्रों का अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन और पुतला दहन

लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री और मंत्रियों की अपील के बावजूद समायोजन रद होने से खफा शिक्षामित्रों का लगातार पांचवें दिन आंदोलन जारी रहा। रविवार की छुट्टी के बावजूद आज शिक्षामित्रों ने मंत्री, सांसद, विधायकों के आवासों का घेराव, जाम, धरना और प्रदर्शन किया है। कई स्थानों पर क्रमिक अनशन जारी रहा।आज आंदोलन प्रभावी बनाने के लिए प्रदर्शन में नए नए तरीके अपनाए गए। इनमें सड़कों पर लेटकर, अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन, पुतला दहन, पदयात्रा और बाइक रैली शामिल है। शिक्षामित्रों के प्रदर्शन पर सख्ती के चलते बड़े शहरों में आंदोलन कमजोर दिखा लेकिन छोटे जिलों और ग्रामीण इलाकों में आंदोलन अधिक प्रभावी रहा। विभिन्न जिलों में प्रदर्शन और तोडफ़ोड़ की घटनाओं को शासन ने गंभीरता लेकर सड़कों पर सख्ती दिखाई। इस दौरान शिक्षामित्रों के सामने दोहरी चुनौती आ गई है।

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तस्वीरों में देखें-आंदोलन की हदों की ओर जाते शिक्षामित्र

इलाहाबाद में मंत्री का घेराव 

इलाहाबाद में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों शिक्षामित्रों ने दोपहर बाद यमुनापार के जसरा ब्लाक में श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर उर्फ मन्नू कोरी का घेराव किया। विकासखंड में आयोजित कबीर जयंती कार्यक्रम में पहुंचे श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री से मिलने के दौरान शंकरगढ़, कौंधियारा, जसरा, करछना और चाका ब्लाक के शिक्षामित्रों का हुजूम रहा। शिक्षामित्रों की पीड़ा जानने के बाद मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे शाम को ही इस संबंध में मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। कौशांबी जिलाध्यक्ष रत्नाकर सिंह के अनुसार सोमवार को शिक्षामित्रों ने आपसी विचार विमर्श कर अगली रणनीति तय की है। कहा कि चुप नहीं बैठेंगे।    

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फैजाबाद में सांसद आवास पर घंटों डेरा 

फैजाबाद में हजारों की तादाद में शिक्षामित्रों ने सांसद लल्लू सिंह का आवास घेरा। घंटों वहीं डेरा डाले रहे। अंबेडकरनगर में कलेक्ट्रेट के निकट प्रदर्शन के बाद पैदल मार्च निकाला और टांडा मार्ग पर जाम लगा दिया। सुलतानपुर में तिकोनिया पार्क में दिनभर धरना चला। गोंडा में शिक्षामित्रों ने अंबेडकर चौराहे पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। गोंडा-लखनऊ हाईवे पर जाम लगा दिया। बहराइच में शिक्षामित्रों ने कलेक्ट्रेट धरना स्थल पर धरना दिया। डीएम आवास के सामने बहराइच-लखनऊ हाईवे जाम कर दिया। बाराबंकी में शिक्षामित्रों का प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा। शाम को पैदल मार्च निकालकर विरोध जताया। भारी पुलिस बल तैनात रहा। हरदोई में गांधी भवन में जमा हुए शिक्षामित्र सड़क पर आ गए और फिर पैदल मार्च निकाला। लखीमपुर में गांधी विद्यालय चौराहे पर टीईटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु राणा का पुतला फूंका। बलरामपुर में क्षेत्रीय सांसद दद्दन मिश्र व चारों विधायक सदर पल्टूराम, तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ल, उतरौला राम प्राताप वर्मा व गैंसड़ी शैलेश कुमार ङ्क्षसह ने धरना स्थल पर पहुंच कर उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन शिक्षामित्र नहीं माने। रायबरेली में विकास भवन परिसर में धरना प्रदर्शन जारी रहा।

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मैनपुरी और गोंडा अर्धनग्न प्रदर्शन

आगरा में शिक्षामित्रों ने डायट परिसर में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ करने के बाद फतेहाबाद क्षेत्र से भाजपा विधायक जितेंद्र वर्मा के आवास पर पहुंच ज्ञापन सौंपा। मथुरा में रैली निकाल जाम लगाया। प्रदर्शन के दौरान दो शिक्षामित्रों की हालत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मैनपुरी और गोंडा जिलों में शिक्षामित्रों ने अद्र्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। इसके बाद भाजपा विधायक रामनरेश अग्निहोत्री के आवास पर प्रदर्शन किया। फीरोजाबाद, एटा और कासगंज में भी प्रदर्शन किया। मुरादाबाद में अर्धनग्न होकर धरना-प्रदर्शन किया। सम्भल में शिक्षामित्रों ने निर्वाचक नामावलियों के लिए लगाए गए विशेष कैंप का विरोध करने के साथ-साथ बीएलओ के कार्य का भी बहिष्कार किया। अमरोहा में रेलवे ट्रैक जाम करने का प्रयास किया। गजरौला में हाईवे जाम किया।

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पदयात्रा और बाइक रैली

बाराबंकी के बड़ेल में शिक्षामित्रों ने जहां दिन भर प्रदर्शन किया। वहीं शाम को पैदल मार्च निकालकर विरोध जताया। भारी पुलिस बल तैनात रहा। पीलीभीत में सुबह बीआरसी पर एकत्र होकर पहले बैठक की और आंदोलन की रूपरेखा बनाई। बैठक के बाद शिक्षामित्रों ने कोतवाली व तहसील रोड पर बाइक रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद विधायक के कार्यालय पर पहुंचकर अपना दुखड़ा सुनाने के लिए प्रदर्शन करने लगे। सूचना पर विधायक बाबूराम पासवान अपने कार्यालय पहुंचे और शिक्षामित्रों की समस्याओं को गम्भीरता से सुना।  

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देवरिया शहर के सुबाष चौक पर मांगों को लेकर चल रहे शिक्षामित्रों के धरना के दौरान उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की जिलाध्यक्ष रेणु तिवारी की  बीपी अचानक हाई हो गई जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ी।  पुलिस कर्मियों की मदद से उन्हें जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। जहाँ अभी भी हालत गंभीर बनी हुई है।

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जिलाधिकारियों को पत्र 

सभी जिलाधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव राजप्रताप सिंह के पत्र के अनुरूप तोड़फोड़ आदि की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।।घटनाओं की वीडियोग्राफी कराई जाने लगी है। समझौता वार्ता का क्रम भी जारी है। अपर मुख्य सचिव ने पत्र के साथ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अंश भी भेजें और कहा कि कार्य बहिष्कार, तालाबंदी और तोडफ़ोड़ किसी भी ढंग से उचित नहीं है। जिलाधिकारी अपने स्तर से शिक्षामित्रों के प्रतिनिधियों से वार्ता करके उन्हें स्कूलों में जाने के लिए प्रेरित करें। सभी घटनाओं की वीडियोग्राफी कराई जाए और ऐसे लोगों को चिह्नित किया जाए जो पठन-पाठन में व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं।

तस्वीरों में देखें-आंदोलन की हदों की ओर जाते शिक्षामित्र

योगी को शिक्षामित्रों से सहानुभूति

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पूर्व सदन में कहा था कि सरकार की शिक्षामित्रों से पूरी सहानुभूति है। शिक्षामित्र वोट की राजनीति करने वालों के बहकावे में न आएं। सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले की समीक्षा कर रही है। शिक्षामित्रों की समस्या का निवारण करने के लिए तर्कसंगत, विधिसम्मत रास्ता तलाशा जा रहा है। उन्होंने शिक्षामित्रों से हिंसा, आगजनी और प्रदर्शन न कर विद्यालयों में पढ़ाने की अपील की है। हालांकि मुख्यमंत्री ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद होने का ठीकरा सपा सरकार पर फोड़ा और कहा कि समायोजन की प्रक्रिया में ही गड़बड़ी थी। इसी वजह से पहले हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने समायोजन को रद कर दिया। योगी के मुताबिक लोकतंत्र संघर्ष नहीं संवाद से चलता है। 


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