पंजाब के बाद अब राजस्थान आंदोलन ने बढ़ाई रेल यात्रियो की मुश्किलें, दिवाली पर फंसे हजारों यात्री
पंजाब की पटरियों से किसान हटे भी नही थे कि राजस्थान में अब गुर्जर आंदोलन की आंच बढ़ने से रेलवे की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। पंजाब के बाद राजस्थान की ट्रेन भी प्रभावित होने लगी हैं। अवध एक्सप्रेस स्पेशल का रूट बदल दिया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। अभी पंजाब की पटरियों से किसान हटे भी नही थे कि राजस्थान में अब गुर्जर आंदोलन की आंच बढ़ने से रेलवे की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। पंजाब के बाद राजस्थान की ट्रेन भी प्रभावित होने लगी हैं। अवध एक्सप्रेस स्पेशल का रूट बदल दिया गया है। वही चार नवंबर तक निरस्त चल रही लखनऊ चंडीगढ़ एक्सप्रेस, हिमगिरि और अमरनाथ एक्सप्रेस सहित कई स्पेशल ट्रेनों का निरस्तीकरण बढ़ाने की तैयारी है। राजस्थान में वर्ष 2008 के गुर्जर आंदोलन में सबसे अधिक ट्रेन प्रभावित हुई थी।
रेलवे को अपनी कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को निरस्त करना पड़ा था। इसके बाद दादरी में हुए आंदोलन के कारण होली के समय लखनऊ मेल सहित मुरादाबाद होकर आने वाली कई ट्रेनों के रूट बदले गए थे। हाई कोर्ट के स्वतः संज्ञान लेने के बाद यह आंदोलन यूपी सरकार ने रद्द करवाया था। अब पिछले एक महीने से पंजाब में चल रहे आंदोलन के कारण दीपावली पर हजारों यात्रियो की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक तरफ पंजाब और जम्मू कश्मीर जाने वाले प्रवासी श्रमिक हैं। सरयू यमुना, शहीद और गंगा सतलज जैसी ट्रेनें पंजाब के सीमावर्ती स्टेशन अम्बाला में ही निरस्त कर दी जा रही हैं। वहां से अमृतसर और जम्मू के लिए यात्रियो को बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। जबकि जम्मू और अमृतसर, लुधियाना, जालंधर से दीपावली पर आने वाले हजारों यात्री फंसे हुए है। सेना और अर्ध सैनिक बलों में तैनात जवानों को छुट्टियां स्वीकृत होने के बावजूद वह नही आ पा रहे हैं। कई जवानो को अपनी छुट्टी निरस्त करानी पड़ी। वही अब दीपावली पर जम्मू से दिल्ली की बसों में उन्होंने टिकट बुक करवाया है। जहां से श्रमजीवी और गोमती एक्सप्रेस से उनको वेटिंग के टिकट मिले हैं।।रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी की माने तो पंजाब के किसानों के 29 संगठनों के साथ चंडीगढ़ में वार्ता चल रही है।