Move to Jagran APP

UP में इंजीनियरिंग में प्रवेश परीक्षा की मेरिट पर हो सकता है एडमिशन, पॉलीटेक्निक में भी मेरिट कम करने की मांग

इंटर की परीक्षा निरस्त होने से इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पर असर पड़ेगा ऐसे में प्रमोट करने के फैसले के बाद 50 फीसद की अनिवार्यता समाप्त करने पर मंथन शुरू हो गया है। ऐसे में इंटर की मेरिट की अनिवार्यता निरस्त की जा सकती है।

By Rafiya NazEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 12:09 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 01:23 PM (IST)
UP में इंजीनियरिंग में प्रवेश परीक्षा की मेरिट पर हो सकता है एडमिशन, पॉलीटेक्निक में भी मेरिट कम करने की मांग
इंजीनियरिंग में प्रवेश परीक्षा की मेरिट पर ही हो सकता है छात्रों का प्रवेश।

लखनऊ, जेएनएन। हाईस्कूल के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के बाद बाद अब सीबीएसई द्वारा इंटर की परीक्षा निरस्त करने के निर्णय के साथ अब तकनीकी शिक्षा के प्रभाव को लेकर मंथन शुरू हो गया है। यह फैसला तब आया है जब 50 फीसद प्रवेश के लिए संयुक्त इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा हो चुकी है और अभी दो परीक्षाएं शेष हैं। बीटेक के लिए इंटर में 50 फीसद अंक लाना अनिवार्य है। ऐसे में प्रमोट करने के फैसले के बाद 50 फीसद की अनिवार्यता समाप्त करने पर मंथन शुरू हो गया है। हालांकि प्रवेश परीक्षा की मेरिट अलग से बनती है। ऐसे में इंटर की मेरिट की अनिवार्यता निरस्त की जा सकती है। इस बारे में डा.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक का कहना है कि सरकार ने जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है। बच्चों की सुरक्षा पहले है। आगे क्या होगा? कैसे होगा? इसका निर्णय शासन करेगा। वहीं पहले से पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी भी प्रमोट होने का सपना देखने लगे हैं। हालांकि प्राविधिक विवि की ओर से कोराना काल के पहले ही परीक्षाएं करा ली गई थी। ऐसे में परिणाम के आधार पर विद्यार्थी पास होंगे। वहीं कुलपति प्रो.पाठक का कहना है कि प्रमोट का फैसला भी शासन हर करेगा। जो निर्णय होगा? उसे लागू किया जाएगा।

loksabha election banner

पॉलीटेक्निक व आइटीआइ कर मेरिट पर पड़ेगा प्रभाव: पॉलीटेक्निक में प्रवेश के लिए कई ट्रेडों में हाईस्कूल योग्यता है तो कई में 50 से 60 फीसद अंक इंटर में होने के बाद ही प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति होती है। ऐसे में इसे भी समाप्त करना होगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के कार्यवाहक सचिव राम रतन का कहना है कि परिणाम घोषित होने के बाद निर्णय होगा। 80 फीसद से अधिक आवेदन हो चुके हैं। प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 जून है। शासन ही आगे का निर्णय लेगा। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त सचिव आरसी तिवारी ने बताया कि आइटीआइ में मेरिट बनती है। हाईस्कूल व इंटर के परिणाम घोषित होने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। सरकार ने स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा निर्णय लिया है। विद्यार्थियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.