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भाजपा का एक्शन प्लान: बूथ जीतने को जातीय गोलबंदी और विकास का डंका

प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक बूथों पर भाजपा ने अपनी समिति गठित कर दी है। हर बूथ पर जातीय संतुलन बनाने के साथ ही दस अनुसूचित जाति और दस पिछड़ों को सदस्य बनाया है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 12:08 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 12:08 PM (IST)
भाजपा का एक्शन प्लान: बूथ जीतने को जातीय गोलबंदी और विकास का डंका
भाजपा का एक्शन प्लान: बूथ जीतने को जातीय गोलबंदी और विकास का डंका

लखनऊ [आनन्द राय]। विपक्ष के गठबंधन के चलते उप चुनावों में पराजय का कड़वा स्वाद चख चुकी भाजपा 2019 में केंद्र में अपनी सरकार बचाने के लिए चौतरफा सुरक्षा कवच तैयार कर रही है। लोकसभा के आम चुनाव के लिए अभी विपक्ष के महागठबंधन का एलान नहीं हुआ है लेकिन, उनकी सक्रियता देखते हुए भाजपा दोगुनी ताकत से अपनी बुनियाद मजबूत कर रही है। सर्वाधिक जोर ग्राम पंचायतों और वार्डों पर है और विकास का डंका बजाकर भाजपा ने हर बूथ जीतने का लक्ष्य तय कर दिया है।

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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का 'बूथ जीतो पुराना नारा है। 2017 में सभी क्षेत्रों में बूथ सम्मेलन करके उन्होंने कार्यकर्ताओं को ऊर्जित किया था। शाह ने शनिवार को दिल्ली में देर रात तक सरकार और संगठन की समन्वय बैठक में भी बूथ जीतने का ही मंत्र दिया। इसके लिए उन्होंने अब तक के कार्यक्रम और पांच जनवरी तक चलने वाले करीब डेढ़ सौ कार्यक्रमों पर चर्चा की। ध्यान रहे मेरठ की कार्यसमिति के बाद से ही भाजपा ने बूथों के गठन पर जोर दिया है। प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक बूथों पर भाजपा ने अपनी समिति गठित कर दी है। हर बूथ पर जातीय संतुलन बनाने के साथ ही दस अनुसूचित जाति और दस पिछड़ों को सदस्य बनाया है।

सदस्यता अभियान, अनुसूचित जाति के प्रमुख नेताओं के सम्मान और अति पिछड़ों की गोलबंदी करके भाजपा इन बूथों पर 51 फीसद से ज्यादा वोट हासिल करने के उपक्रम में जुटी है। भाजपा 2014 और 2017 के चुनावों में सपा और बसपा के परंपरागत मतों को हासिल करने में कामयाब हुई थी। इस अभियान के जरिये भाजपा यह प्रयास कर रही है कि गठबंधन के नाम पर सपा-बसपा के परंपरागत मत उससे दूर न हों।

जनप्रतिनिधियों को 43 हजार ग्राम पंचायतों में जनसंपर्क का लक्ष्य

प्रदेश में 60 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 17 हजार ग्राम पंचायतों में ग्राम स्वराज अभियान के तहत भाजपा ने ग्राम चौपाल और रात्रि चौपाल लगाकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा और क्रियान्वयन के लिए मुहिम चलाई थी। बचे हुए 43 हजार ग्राम पंचायतों में भी भाजपा ने अपने मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को संपर्क का लक्ष्य सौंपा है। भाजपा प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक का कहना है कि 2019 में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी ने तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी निश्चित तौर 73 से ज्यादा सीटें जीतेंगी और मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।

संपूर्ण विकास वाले 3387 गांवों में होंगे सम्मान समारोह

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने क्षेत्रीय अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों को संपूर्ण विकास वाले ग्राम पंचायतों को मॉडल के तौर पर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।

ग्राम स्वराज अभियान के तहत प्रदेश में 3387 गांव चयनित किए गए थे जिनको केंद्र और प्रदेश सरकार की बहुतायत योजनाओं से संतृप्त किया गया है। इनमें कुछ गांवों का लक्ष्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है लेकिन, जिन गांवों को योजनाओं से परिपूर्ण कर लिया गया है, वहां सम्मान कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन सम्मान समारोहों में भी मोदी और योगी सरकार की विकास योजनाओं का गुणगान किया जाना है।


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