लखनऊ में सोनू हत्याकांड के आरोपित ने लगाई फांसी, भाई बोला - पुलिस के खौफ से उठाया कदम
लखनऊ के बीकेटी में सोनू हत्याकांड का मामला बांके से सिर पर वारकर ले ली थी जान। वारदात के बाद से नामजद हत्यारोपित की तलाश कर रही थी पुलिस। कब्रिस्तान में लगे एक पेड़ से प्लास्टिक की रस्सी के सहारे लटकता मिला आरोपित।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी लखनऊ में बीकेटी में सोनू हत्याकांड के नामजद आरोपित अशोक ने बुधवार को फांसी लगाकर जान दे दी। मंगलवार को सोनू की हत्या के बाद से पुलिस अशोक की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी। पुलिस के आने की सूचना पाकर वह घर भी नहीं आया। आरोपित के घरवालों का आरोप है कि पुलिस के खौफ के चलते उसने आत्महत्या कर ली। उधर, इंस्पेक्टर बीकेटी योगेंद्र प्रताप सिंह ने उनके आरोप को गलत बताया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, बीकेटी थाना क्षेत्र के ग्राम बरा खेमपुर निवासी सोनू कुमार अपने बहनोई राम सागर के वहां शिवपुरी गांव में रहता था। घटना के दिन वह अपने बहनोई के घर से कुछ दूरी पर जगदीश के बरामदे में चारपाई पर सो रहा था। अचानक अशोक वहां पहुंचा और सोनू के सिर पर बांके से एक साथ ताबड़तोड़ कई वार कर दिए, जिससे ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अशोक बीडीसी अरविन्द रावत का भाई है। घटना के बाद सोनू के घरवालों ने अशोक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। हत्यारोपित की पुलिस तलाश ही कर रही थी, तभी घटना में अचानक नया मोड़ आ गया। शिवपुरी गांव के उत्तर में स्थित कब्रिस्तान में लगे एक पेड़ से प्लास्टिक की रस्सी के सहारे अशोक का शव फांसी पर लटका मिला। घटना की सूचना पर बीकेटी के सीओ डॉ. ह्यदेश कठेरिया, इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। आरोपित के भाई अरविन्द ने बताया कि घटना के बाद पुलिस के पकड़े जाने के डर से उसने यह कदम उठाया।