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Vikas Dubey : पुलिस की टीमों की तलाशी में लगने के बाद भी विकास दुबे फरार, खंगाली जा रही आकाओं की सूची

Absconding History Sheeter Vikas Dubey एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपित विकास दुबे का 60 घंटे के बाद भी कुछ पता नहीं है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 02:12 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 04:10 PM (IST)
Vikas Dubey : पुलिस की टीमों की तलाशी में लगने के बाद भी विकास दुबे फरार, खंगाली जा रही आकाओं की सूची
Vikas Dubey : पुलिस की टीमों की तलाशी में लगने के बाद भी विकास दुबे फरार, खंगाली जा रही आकाओं की सूची

लखनऊ, जेएनएन। Absconding History Sheeter Vikas Dubey: कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में दबिश डालने गई टीम पर हमला करने के बाद एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपित विकास दुबे का 60 घंटे के बाद भी कुछ पता नहीं है। पुलिस की सौ टीमों के साथ राज्य की नेपाल से लगने वाली सीमा पर एसएसबी को भी अलर्ट किया गया है। उधर सरकार विकास दुबे को प्रदेश तथा बाहर भी संरक्षण देने वाले नेता तथा अफसरों का भी कनेक्शन तलाश रही है। 

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एक लाख का ईनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी तक फरार है। प्रदेश में पुलिस के साथ एसटीएफ की टीमें भी विकास दुबे को पकडऩे के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। विकास दुबे की तलाशी के क्रम में नेपाल की बॉर्डर पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। बहराइच, गोंडा, लखीमपुर खीरी के साथ ही महराजगंज तथा उत्तराखंड की सीमा पर भी तलाश जारी है। विकास दुबे को लेकर बॉर्डर पर सघन चेकिंग अभियान चल रहा है। बहराइच में इंडो नेपाल सीमा के रुपइडिहा बॉर्डर पर अलर्ट है। यहां पर एसएसबी फोटो के साथ हर गाड़ी में चेकिंग कर रही है। सारी कवायद विकास दुबे के नेपाल भागने की आशंका को लेकर की जा रही है।

राडार पर संरक्षणदाता

बिकरू हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को देश तथा प्रदेश में संरक्षण देने वाले नेताओं के खिलाफ भी शिकंजा कसेगा। सीएम योगी ने विकास को संरक्षण देने वाले नेताओं और अधिकारियों के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद खुफिया विभाग हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के सियासी कनेक्शन की भी तलाश करने की तैयार कर रहा है। विकास दुबे को सुरक्षा देने वाले सभी पाॢटयों के नेता, मंत्री और अधिकारियों की जानकारी जुटाई जा रही है।

मध्य प्रदेश या राजस्थान भी भागने की आशंका

कुख्यात वकास दुबे की तलाश में पुलिस की टीमें दिन-रात दबिश दे रही है। विकास दुबे की अंतिम लोकेशन प्रदेश के औरैया में मिली। औरेया जिला मध्य प्रदेश से सटा हुआ है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि शातिर विकास दुबे मध्य प्रदेश की ओर भाग सकता है। विकास दुबे के मोबाइल की आखिरी लोकेशन औरैया में मिलने के बाद ग्रामीण भी यही कयास लगा रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि विकास दुबे को एमपी, मुंबई और कोलकाता में शरण मिल सकती है। वर्ष 2001 में तत्कालीन राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की शिवली थाने में हत्या के मामले में विकास ने ग्वालियर और कोलकाता में फरारी काटी थी।

पूर्वाचल के अपराधियों से संबंध

माना जा रहा है विकास दुबे औरैया में मोबाइल बंद कर वह इटावा की ओर से ग्वालियर की तरफ निकला होगा। पूर्वांचल के अपराधियों से अच्छे संबंध के चलते मध्य प्रदेश में भी उसके मजबूत संबंध हैैं। यहां से महाराष्ट्र जाना भी आसान है। विकास दुबे का मध्यप्रदेश जाना ज्यादा संभावित है। राज्यमंत्री संतोष शुक्ल हत्याकांड के बाद भी उसने मध्य प्रदेश में ही लंबी फरारी काटी थी। उसके मुंबई और कोलकाता में भी फ्लैट बताए जाते हैं।

गौरतलब है कि कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में गुरुवार- शुक्रवार की रात पुलिस और विकास दुबे के गिरोह के बीच खूनी मुठभेड़ हुई। पुलिस की टीम विकास दुबे के यहां रेड करने पहुंची थी। यहां पर विकास दुबे ने अपने गैंग के साथ पुलिस पर हमला किया, जिनमें आठ जवान शहीद हो गए। शनिवार देर रात पुलिस ने विकास दुबे के एक गुर्गे को गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस उससे विकास के बारे में जानकारी जुटा रही है।  


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