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यूपी चुनाव 2022: डिजिटल प्लेटफार्म से वोटरों को लुभाने में जुटी आप, क्या यहां भी चलेगा केजरीवाल का जादू

UP Chunav 2022 आम आदमी पार्टी ने आम वोटरों को लुभाने के लिए दिल्ली पैटर्न से अवगत कराने का काम शुरू कर दिया है। सस्ती बिजली मुहल्ला क्लीनिक गुणवत्ता परक शिक्षा से जुड़े वीडियो व क्लीपिंग विधानसभा वार प्रत्याशियों ने वाट्सग्रुप बनाकर डालने का काम तेज कर दिया है।

By Vikas MishraEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 08:56 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 03:31 PM (IST)
यूपी चुनाव 2022: डिजिटल प्लेटफार्म से वोटरों को लुभाने में जुटी आप, क्या यहां भी चलेगा केजरीवाल का जादू
राजधानी से आप द्वारा सात प्रत्याशी अभी तक घोषित किए गए हैं।

लखनऊ, [अंशू दीक्षित]। विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आम आदमी पार्टी ने आम वोटरों को लुभाने के लिए दिल्ली पैटर्न से अवगत कराने का काम शुरू कर दिया है। सस्ती बिजली, मुहल्ला क्लीनिक, मुफ्त व गुणवत्ता परक शिक्षा से जुड़े वीडियो व क्लीपिंग विधानसभा वार प्रत्याशियों ने वाट्सग्रुप बनाकर डालने का काम तेज कर दिया है। उद्देश्य है कि आम वोटरों को कैसे लुभाया जाए। इन वीडिया व क्लीपिंग को पब्लिक खूब सराहा रही है। सामान्य वोटरों का घर चलाने में सबसे अधिक खर्च चिकित्सा, शिक्षा, बिजली व पानी जैसे बिलों पर होता है। पार्टी यह राशि बचाने का मंत्र पार्टी को बता रही है। आप के मुताबिक यह राशि काफी कम हो जाएगी।

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आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष वैभव महेश्वरी कहते हैं कि शिक्षा की गुणवत्ता सरकारी विद्यालयों में बहुत अच्छी नहीं है, स्कूलों में पढ़ाने का पैटर्न में बदलाव लाने की जरूरत है। हर साल रिजल्ट का प्रतिशत सरकारी स्कूलों में सामान्य से भी कम है। वह कहते हैं कि सरकारी विद्यालयों में सामान्य घर का बच्चा पढ़ता है, यहां पढ़ने वाले बच्चे निजी स्कूलों में फीस नहीं दे सकते, आम आदमी पार्टी इन्हीं विद्यालयों में गुणवत्ता परक शिक्षा देगी और इन्हीं शिक्षकों के जरिए। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का स्वरूप में बदलाव किया जाएगा। वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के खुलने व बंद होने का समय कागजों में निर्धारित है, लेकिन स्थानीय स्टाफ के कारण अपनी मर्जी से संचालित हो रहे हैं। इन्हें मुहल्ला क्लीनिक के रूप में बदला जाएगा और इसका वृहद रूप देने का काम किया जाएगा। इससे अधिक से अधिक लोगों को इलाज की सुविधा मिल सके। यही हाल बिजली का है।

बिजली बिल से महीने का बजट घरों का बिगड़ रहा है। सामान्य घरों में तीन सौ यूनिट बिजली पर्याप्त है। उसके ऊपर प्रति यूनिट चार्ज किया जाएगा। ऐसे स्थितियां बनाई जाएंगी कि बिजली बिल के रूप में उपभोक्ता को सिर्फ नाम मात्र का बिल देना पड़े। इसके अन्य स्त्रोतों से बिजली विभाग के इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा। वहीं पार्टी ने हर विधानसभा में कार्यकर्ताओं के जरिए डिजिटल प्लेटफार्म को अपने चुनाव प्रचार का सबसे बड़ा हथियार बना लिया है। डोर टू डोर जाने के साथ ही आप की नीतियों से अवगत कराने के लिए वाट्सअप ग्रुप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए लोग हर रोज हजारों की संख्या में जुड़े रहे हैं।

प्रत्याशियों ने बनाई डिजिटल के लिए अपनी टीमेंः राजधानी से आप द्वारा सात प्रत्याशी अभी तक घोषित किए गए हैं। इन विधानसभाओं से प्रत्याशियाें ने डिजिटल प्लेटफार्म से यूथ को कनेक्ट करने के लिए अपनी एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं की टीम गठित की गई है। यह टीम राउंद द क्लाक काम कर रही है। वाट्सअप ग्रुप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आने वाली टिप्पणियों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यही नहीं ऐसे लोगों के फोन नंबर लेकर व्यक्तिगत संपर्क करने का काम भी पार्टी कर रही है।


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