Move to Jagran APP

AAP के यूपी में चुनाव लड़ने पर केशव प्रसाद से कसा तंज, बोले-मुंगेरीलाल देखने लगे हसीन सपने

AAP will Contest UP Assembly Election 2022 उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी में जंग शुरू हो गई है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 04:32 PM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 05:28 PM (IST)
AAP के यूपी में चुनाव लड़ने पर केशव प्रसाद से कसा तंज, बोले-मुंगेरीलाल देखने लगे हसीन सपने
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने की घोषणा को मुंगेरीलाल का सपना बताया है।

लखनऊ, जेएनएन। आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लड़ने के एलान के बाद से भारतीय जनता पार्टी ने हमला तेज कर दिया है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने की योजना को मुंगेरीलाल के सपने बताया है।

loksabha election banner

आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश 2022 के विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका एलान किया। उनके एलान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी में जंग शुरू हो गई है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने की घोषणा को मुंगेरीलाल का सपना बताया है। इसको लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि दो करोड़ की आबादी वाला दिल्ली संभल नहीं रहा 24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश को संभालने की बात करने वाली पार्टी मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रही है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अरविन्द केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली संभल नहीं रही और मुंगेरीलाल के सपने देख रहे हैं।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि केजरीवाल असफल मुख्यमंत्री हैं, वह मुंगेरीलाल की तरह उत्तर प्रदेश की सत्ता पाने के सपने न देखें। मुंगेरीलाल के सपने संजो रहे केजरीवाल कोरोना संकट में असफल रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि नई दिल्ली में कोरोना का प्रसार रोक पाने में केजरीवाल सरकार पूरी तरह विफल रही है जबकि यूपी में सरकार के प्रयासों से काफी हद तक कोरोना वायरस संक्रमण रोकने में सफलता मिली है। दिल्ली में कोरोना का खतरा बढ़ा तो गृहमंत्री अमित शाह को आगे आना पड़ा था, इसी कारण अरविंद केजरीवाल असफल मुख्यमंत्री हैं। 2014 में वाराणसी के संसदीय चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल वाराणसी  से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे। वह दूसरे स्थान पर रहे। इसके बाद लम्बे समय से आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश से दूरी बनाकर दिल्ली के साथ पंजाब में ठिकाना तलाशने का प्रयास किया। 

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा- केजरीवाल के आरोप ठीक नहीं 

योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री तथा सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने का स्वागत है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी का स्वागत है, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार के कामकाज पर जो आरोप लगाए हैं, वह ठीक नहीं हैं। केजरीवाल को कई सवालों को जवाब देना होगा।

उन्होंने पूछा कि कोरोना वायरस को लेकर जो दिल्ली हाई कोर्ट ने टिप्पणी की है उस पर उनका क्या कहना है। आज दिल्ली में कोरोना की स्थिति क्या है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि केजरीवाल जी की आदत है डींगे मारने की। उन्होंने कहा है कि यूपी की जनता का कहना है कि आप (केजरीवाल) ने दिल्ली में बेहतर कोविड मैनेजमेंट और सुशासन दिया है, आप आइए और अब यूपी को भी संभालिए। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि पूर्वांचल और बिहार के लोगों के लिए केजरीवाल ने जो कुछ कहा उसके बारे में वह क्या कहेंगे। पूर्वांचल और बिहार के लोगों की जो उन्होंने इंसल्ट की उसके लिए उन्हेंं जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय क्या है और यूपी की क्या है। दिल्ली में केजरीवाल ने कितने हॉस्पिटल बनवाए। यूपी में दो एम्स बन रहे हैं।  

AAP के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह बोले-UP को केजरीवाल जैसे ईमानदार विकल्प की जरूरत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.