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PCS-J 2018 Result: गोंडा की आकांक्षा को पहला स्‍थान, लखनऊ के शुभम ने भी बढ़ाया मान Lucknow News

गोंडा की आकांक्षा तिवारी ने पीसीएस जे परीक्षा 2018 में टॉप किया है। लखनऊ के प्रशांत मौर्य ने 175वीं रैंक हासिल कर एग्जाम क्रैक किया।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 20 Jul 2019 09:34 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 03:12 PM (IST)
PCS-J 2018 Result: गोंडा की आकांक्षा को पहला स्‍थान, लखनऊ के शुभम ने भी बढ़ाया मान Lucknow News
PCS-J 2018 Result: गोंडा की आकांक्षा को पहला स्‍थान, लखनऊ के शुभम ने भी बढ़ाया मान Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिवीजन परीक्षा 2018 (पीसीएस जे) के रिजल्ट शनिवार रात घोषित हुए। इस भर्ती के जरिए सिविल जज जूनियर डिवीजन के 610 पदों पर चयन किया गया है। गोंडा की आकांक्षा तिवारी ने टॉप किया है। वहीं, गोंडा के ही गंधर्व पटेल को पांचवां स्थान मिला है। उधर, लखनऊ के शुभम द्विवेदी ने 123 वां स्थान हासिल कर एग्जाम क्रैक किया। दैनिक जागरण के साथ खास बातचीत, जो अब हम आपको बता रहे हैं। 

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पहली अफसर बनी आकांक्षा
गोंडा की आकांक्षा तिवारी ने पीसीएस जे 2018 के अंतिम परिणाम में पहला स्‍थान हासिल किया। आकांक्षा ने बताया कि युवाओं को सही दिशा में मेहनत पर भरोसा करना चाहिए। पढ़ाई के लिए कोई समय तय नहीं है, इसलिए जब भी मौका मिले मन लगाकर पढ़ाई करें। वह अपनी सफलता का सारा श्रेय गुरु के साथ ही माता-पिता व दादा-दादी को देती हैं। गोंडा के ग्राम देवरदा में रहने वाले सत्यदेव तिवारी किसान हैं। उनके बड़े बेटे शिवपूजन रियल स्टेट का काम करते हैं, जबकि छोटा बेटा गांव का प्रधान है। शिवपूजन ने बेटियों को पढ़ाने के लिए दिल्ली में ही घर की व्यवस्था की। बड़ी बेटी आंचल की एमएसीए करने के बाद यूएस की एक कंपनी में नौकरी लग गई। 

शिवपूजन ने बताया कि आकांक्षा का जन्म 27 जुलाई 1990 को दिल्ली में हुआ था। इंटरमीडियट की पढ़ाई डीएवी दिल्ली से करने के बाद उसने बीएससी दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास किया। इसके बाद चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ से एलएलबी 2017 में पास किया। आकांक्षा के पिता ने बताया कि बेटी एलएलबी में भी गोल्ड मेडलिस्ट रही है। बाहर जाना उसे पसंद नहीं था। आकांक्षा का कहना था कि वह हिंदुस्तानी है, इसलिए भारत में ही नौकरी करेगी। वह हैदराबाद की एक कंपनी में लीगल एसोसिएट थी, इसके बाद वह पीसीएस जे की तैयारी में जुट गई। आकांक्षा इस परिवार की पहली अफसर बनी है।

पिता का साकार किया सपना
गोंडा के ही गंधर्व पटेल ने मात्र 24 साल की उम्र में ही पीसीएस जे 2018 की परीक्षा में पांचवां स्थान हासिल किया। सिविल लाइन निवासी गंधर्व पटेल का कहना है कि दृढ़ इच्छाशक्ति व मजबूत इरादों से हर सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने बताया कि उनके पिता रामप्रताप वर्मा  परिषदीय स्कूल में शिक्षक हैं। उनकी माता गायत्री देवी गृहणी हैं।

सात अप्रैल 1995 को गंधर्व का जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा शहर के फातिमा स्कूल में हुई। वर्ष 2010-11 में हाईस्कूल व 2012-13 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। इसके बाद वह वकालत की पढ़ाई करने लखनऊ विश्वविद्यालय चले गए। वहां पर पांच साल कानून की पढ़ाई करने के बाद 2018 में वह उत्तीर्ण हुए। इसी बीच पीसीएस जे की भर्ती निकली हुई थी। उन्होंने उसमें आवेदन करके तैयारी शुरू की। वर्तमान समय में वह इलाहाबाद में अपने बड़े भाई असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव पटेल के साथ रहकर वहीं तैयारी कर रहे हैं। वह आइएएस बनना चाहते थे लेकिन, बाद में उन्होंने न्यायिक सेवा को तरजीह दी। वह कहते हैं कि उन्हें पूरा भरोसा था कि वह रैंकिंग में आएंगे। वह अपनी सफलता का श्रेय दादा केसी वर्मा, दादी परमेश्वरी देवी, पिता रामप्रताप वर्मा व माता गायत्री देवी को देते हैं। पिता का कहना है कि आज बेटे ने वह कर दिखाया जिसका वह सपना देखते थे।

शहर के शुभम द्विवेदी ने बढ़ाया मान
लखनऊ के शुभम द्विवेदी ने 123 वां स्थान हासिल कर पीसीएस जे 2018 एग्जाम क्रैक कर शहर का मान बढ़ाया है। सीतापुर रोड पीली कोठी कंपाउंड त्रिवेणी नगर निवासी शुभम द्विवेदी ने पुणे से वर्ष 2017 में एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद दिल्ली में रहकर न्यायिक परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की। शुभम ने आंध्र प्रदेश व झारखंड  की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली है।

शुभम चार वर्ष में कड़ी मेहनत के बलबूते परीक्षा उत्तीर्ण की। वह रोजाना सात से आठ घंटे पढ़ते हैं। उनका कहना है कि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। जरूरत सिर्फ लक्ष्य के प्रति केंद्रीत और समर्पित रहने की है। उनके पिता चंद्रकांत द्विवेदी इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक में अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए वहीं माता नीलम द्विवेदी सीतापुर में हेल्थ सुपरवाइजर हैं। 

शहर के शुभम द्विवेदी ने बढ़ाया मान
लखनऊ के प्रशांत मौर्य ने 175वीं रैंक हासिल कर एग्जाम क्रैक किया। मूलरूप से लखनगांव रायबरेली निवासी प्रशांत शहर के 3/6 विनम्रखंड गोमतीनगर में परिवार के साथ रहते हैं। प्रशांत के पिता एसडी मौर्या, लखनऊ विश्वविद्यालय से वरिष्ठ वित्त अधिकारी पद से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। वहीं, मां पुष्पलता मौर्या गृहणी हैं।

प्रशांत ने वर्ष 2012 में लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वर्ष 2014 में नालसार हैदराबाद से एलएलएम किया। उसके बाद से वह न्यायिक परीक्षा की तैयारी में जुट गए। चार वर्ष में कड़ी मेहनत के बलबूते परीक्षा उत्तीर्ण की। वह रोजाना सात से आठ घंटे पढ़ते हैं।

 

प्रभात पीसीएस बन बढ़ाया सुलतानपुर का मान
सुलतानपुर के मोतिगरपुर बेलवारी निवासी प्रभात कुमार सिंह पुत्र लालू सिंह ने 216 वीं रैंक हासिल की। इन्‍होंने बताया कि पिछली साल भी एग्जाम दिए था, लेकिन थोड़े ही नंबर से चूक गया। इनके पिता बैंक मैनेजर पद से रिटायर हुए हैं। तीन भाइयों में प्रभात कुमार सबसे छोटे हैं। इनके बड़े भाई शैलेश प्रताप सिंह जूनियर हाईस्कूल भभोट जयसिंहपुर में सहायक अध्यापक है। दूसरे भाई धीरेन्द्र प्रताप दिल्ली में असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद पर कार्यरत हैं। प्रभात के चयन पर क्षेत्र वासियों में हर्ष व्याप्त है।

वर्तिका पटेल ने 349 रैंक हासिल की 
लखनऊ की वर्तिका पटेल ने पीसीएस जे में 349 रैंक हासिल की। उन्होंने राम मनोहर लोहिया लॉ विश्वविद्यालय से 2015 में एलएलबी की पढ़ाई की। वर्ष 2017 में दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलएम किया। इसके बाद साइबर क्राइम में पीएचडी में दाखिला लिया। वर्तिका के पिता केके वर्मा भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद में प्रोटोकाल अधिकारी हैं, वहीं मां राजकुमारी वर्मा गृहणी हैं। वर्तिका मूल रूप से बाराबंकी के सिरौली गौसपुर के मसूदपुर गांव से हैं। 

सिद्धार्थ कुमार गौतम का 352 वां 
शहर के मलिहाबाद सुभाननगर निवासी सिद्धार्थ कुमार गौतम ने 352 वां स्थान हासिल किया है। सिद्धार्थ ने लखनऊ विश्वविद्यालय से वर्ष 2012 में एलएलबी किया। वर्ष 2014 में नेशनल लॉ स्कूल बैंगलुरू से एलएलएम किया। सिद्धार्थ के पिता गया प्रसाद एफसीआई में असिस्टेंट मैंनेजर रहे हैं वहीं मां रुकमी देवी गृहणी हैं। 

16 दिसंबर 2018 से शुरू हुई थी परीक्षाएं 

पीसीएस जे 2018 की प्रारंभिक परीक्षा 16 दिसंबर 2018 को हुई थी। इसमें 64691 आवेदकों में से 38209 शामिल हुए थे। पांच जनवरी को घोषित प्री के परिणाम में 6041 को मुख्य परीक्षा के लिए सफल किया गया था। मुख्य परीक्षा 30, 31 जनवरी और एक फरवरी 2019 को हुई थी। जिसमें 5795 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 13 जून को घोषित मुख्य परीक्षा के परिणाम में 1847 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल किया गया था। इनका इंटरव्यू 21 जून से 17 जुलाई तक हुआ, जिसमें 1823 अभ्यर्थी शामिल हुए। 


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