मोबाइल पाठशाला देगी हरियाली का सबक, अब घर बैठे सीख पाएंगे बागवानी की तकनीक Lucknow News
उद्यान विभाग की पहल प्रदेश के हर मंडल में बनेगी विशेषज्ञों की टीम। शहरी और ग्रामीण पर्यावरण प्रेमियों व किसानों को होगा फायदा।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। बंजर हो रही धरती को हरा-भरा करने के प्रयास में एक नया अध्याय जुडऩे जा रहा है। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग आपके घर आकर न केवल बागवानी के गुर सिखाएगा बल्कि मौसमी फूलों और फलों के पौधे लगाने की जानकारी भी देगा। इसके लिए हर मंडल में एक उद्यान विशेषज्ञों की मोबाइल टीम का गठन होगा।
पर्यावरण में आ रहे बदलाव का असर आम लोगों के जीवन पर भी पडऩे लगा है। विकास के नाम पर हरियाली को नष्ट करने में कोई संकोच भी नहीं किया जा रहा है।
बावजूद इसके पर्यावरण को लेकर कुछ लोग संजीदा हैं, लेकिन पौधों और उनके लगाने के समय की जानकारी के अभाव में वह पौधारोपण नहीं कर पाते। आम, अमरूद, कटहल, नींबू व आंवला की बागों को लगाने से पहले किसानों की इसकी सही जानकारी नहीं होती। किसान भी उद्यान विभाग के अधिकारियों के पास जाने में संकोच करते हैं। उद्यान विभाग ने इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए विशेषज्ञों की मोबाइल पाठशाला शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया था। राजधानी समेत सभी जिलों में चलने वाली किसान पाठशाला में विशेषज्ञों की टीम जाने लगी हैं। इसका काफी असर पड़ा है। अब इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी की जा रही है। मंडल स्तर पर टीम गठित होगी।
ऐसे करेगी काम
उद्यान विभाग की ओर से बनने वाली मोबाइल पाठशाला के विशेषज्ञों की टीम ऑनकॉल मंडल कार्यालयों में तैयार रहेगी। इसके लिए फोन नंबर जारी किया जाएगा। जिससे फोन करके लोग अपने पास मोबाइल विशेषज्ञों को बुला सकें। अगले वर्ष तक शुरू होने वाली इस नई व्यवस्था को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
क्या कहते हैं अफसर ?
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण के निदेशक डॉ.एसबी शर्मा के मुताबिक, पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों के जागरूक करने और पौधारोपण से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए यह प्रस्ताव बनाया था। उद्यान विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी गई है। विशेषज्ञों के पास आधुनिक उपकरणों के साथ ही मृदा परीक्षण का भी इंतजाम होगा। किसान पाठशाला में विशेषज्ञों की टीम जाने लगी है। राजकीय उद्यानों में भी इसकी व्यवस्था की गई है। अगले वर्ष इसका और विस्तार किया जाएगा।