शहर की जरूरत बनता जा रहा है जागरण
विचारों की अभिव्यक्ति सबसे बहुमूल्य अधिकार है, जो कि किसी नागरिक को जन्म से जीवन के अंतिम
विचारों की अभिव्यक्ति सबसे बहुमूल्य अधिकार है। यह अधिकार नागरिक को जन्म से प्राप्त होता है जीवन के अंतिम समय तक कायम रहता है। इसका उपयोग देश और समाज के हित में करना सर्वश्रेष्ठ युक्ति है, जो कि दैनिक जागरण कर रहा है। आने वाले समय में लोगों की आवाज व समाज को बेहतर दिशा देने के लिए दैनिक जागरण को अहम भूमिका निभानी होगी।
मौजूदा समय में शहर में जाम, गंदगी व जर्जर सड़कों की समस्या है। इसे दुरुस्त कराने के लिए दैनिक जागरण को काफी सहयोग करना होगा। दैनिक जागरण सबसे बड़े और तेजी से मजबूत होते आम व खास दोनों वर्गो का समाचार पत्र है। यह पाठकों की पहली पसंद है। समाचार पत्र को अगर सूचनाओं का समग्र ठौर माना जाए तो दैनिक जागरण इस पर पूरी तरह खरा उतरता है। इसकी सरल भाषा और समाचार का बेहतरीन प्रस्तुतीकरण जागरण को अन्य समाचार पत्रों से अलग बनाता है। इसके जागरण सिटी में शहर की सांस्कृतिक, विज्ञान व चिकित्सा से जुड़ी खबरें अच्छे से प्रकाशित की जाती हैं। स्थानीय समस्याओं से जुड़े मुद्दों को दैनिक जागरण ने हमेशा महत्व दिया है। जितना स्पेस जागरण में स्थानीय समस्याओं को दिया जाता है, वह अन्य किसी समाचार पत्र में नहीं मिलता। जागरण आम आदमी की आवाज बना। समय के साथ इसमें लगातार बदलाव भी हुए। इन बदलावों ने नए पाठकों को जोड़ने का काम किया। छोटी-छोटी खबरें को भी जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित करने का काम किया।
अगले 75 वर्षो के लिए मैं दैनिक जागरण को अपनी ढेरों शुभकामनाएं देता हूं। यह आशा करती हूं कि आने वाले दिनों में भी जागरण समय की मांग के अनुरूप अपने में बदलाव कर साथ चलेगा। मुझे आशा है कि आने वाले दिनों में भी दैनिक जागरण इसी तहर समाज की सेवा करता रहेगा।
- अपराजिता चतुर्वेदी, एमबीबीएस टॉपर, 2012 बैच केजीएमयू।