बरेली में मुआवजे के लिए 72 घंटे का अनशन
लखनऊ। बरेली के अफसरों को बार-बार ज्ञापन देने और मुलाकात से बात नहीं बनते देख किसान बड़ा बाईप
लखनऊ। बरेली के अफसरों को बार-बार ज्ञापन देने और मुलाकात से बात नहीं बनते देख किसान बड़ा बाईपास के मुआवजे समेत छह मांगों के लिए 72 घंटे के अनशन पर बैठ गए। सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में प्रशासन पर जमीनें छीन लेने का आरोप लगाया। अब भी मांगे पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत बड़ा बाईपास में जमीनों का मुआवजा नहीं लेने वाले किसान सोमवार को सुबह चौकी चौराहा के सेठ दामोदर पार्क पहुंचे। यहां आल इंडिया किसान महासभा के बैनर तले अनशन शुरू दिया। किसान नेता अलाउद्दीन शास्त्री ने कहा कि अपनी लड़ाई अब खुद लड़ना होगी, क्योंकि सरकारें पूंजी परस्त राजनीति में लग गई हैं। यही वजह है कि बड़ा बाईपास के नाम पर किसानों से जबर्दस्ती जमीन छीन ली गईं। अभी तक सैकड़ों किसानों को मुआवजा नहीं मिल सका है। हरिनंदन सिंह ने कहा कि पहले बड़ा बाईपास के लिए जमीन ले ली गई और अब ग्रीन बेल्ट के नाम पर किसानों से छल हो रहा है। उन्हें बर्बाद कर दिया गया।
पीलीभीत जिला पंचायत की सदस्य एंव भाकपा माले नेता रमा गैरोला ने कहा कि सरकार बांटने की राजनीति करके किसानों से गन्ना और जमीन दोनों छीन रही है। ऐसे में किसानों को एकजुट होकर अपनी लड़ाई को मजबूती से लड़ना होगा। एक स्वर में पीलीभीत के टाइगर प्रोजेक्ट को निरस्त करने की मांग की। इसे लाखों लोगों को बेघर करने वाला बताया।