कोरोना संक्रमण से मुकाबला करने को डटकर खड़े यूपी के सरकारी मेडिकल कॉलेज, 70% रोगी स्वस्थ
उत्तर प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अब तक कोरोना के करीब 20 हजार मरीज भर्ती हुए जिसमें से 14 हजार लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से मुकाबला करने को उत्तर प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज डटकर खड़े हैं। इन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बनाए गए कोविड-19 के लेवल-2 व लेवल-3 अस्पतालों में अब तक कोरोना के करीब 20 हजार मरीज भर्ती हुए, जिसमें से 14 हजार लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। यह 70 फीसद सफलता है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे ने बताया कि सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के कोविड अस्पतालों में आइसोलेशन बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है और 48 घंटे का बैकअप भी मौजूद है। वहीं 11 मेडिकल कॉलेजों में कोरोना मरीजों को निश्शुल्क रेमडेसिवर इंजेक्शन और संजय गांधी पीजीआई व केजीएमयू में टासिलीजाम दवा भी मुफ्त में उपलब्ध करवाई गई है। मेडिकल कॉलेजों में 70 साल से अधिक उम्र के 1277 मरीज भर्ती कराए गए, जिनमें से एक हजार यानी 78 फीसद ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
पांच वर्ष से कम आयु के 451 में से 421 बच्चे भी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। कोरोना से संक्रमित हुई 230 गर्भवती महिलाओं की सफलतापूर्वक सिजेरियन डिलीवरी भी कराई गई, जबकि 465 मरीजों की डायलिसिस कराई जा चुकी है। वहीं अति गंभीर मरीजों में से 262 को रेमडेसिवर इंजेक्शन दिया गया, जिसमें से 154 ठीक हो चुके हैं। 57 रोगियों को टासिलीजाम दवा दी गई, जिसमें 36 ठीक हो गए। 833 अति गंभीर रोगियों को वेंटिलेटर पर रखा गया, जिसमें से 62 स्वस्थ हो गए।
प्लाज्मा थेरेपी से 75 में 60 अति गंभीर रोगी हुए ठीक : उत्तर प्रदेश के सात मेडिकल कॉलेजों- केजीएमयू, संजय गांधी पीजीआई, एसएसपीएच नोएडा, जिम्स ग्रेटर नोएडा, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा और संतोष मेडिकल कॉलेज गाजियाबाद में भर्ती 75 गंभीर रोगियों को प्लाज्मा थेरेपी दी गई, जिसमें 60 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए।
137 बाइपैप मशीनें और 215 एचएफएनसी मशीनें खरीदी जाएंगी : मेडिकल कॉलेजों में अभी 232 बाइपैप मशीनें और 44 एचएफएनसी मशीनें उपलब्ध हैं। अभी तक कोरोना संक्रमित 992 रोगियों को बाइपैप दिया गया, जिसमें से 630 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं 251 मरीजों को एचएफएनसी दिया गया, जिसमें से 182 स्वस्थ हो चुके हैं। 137 बाइपैप मशीनें और 215 एचएफएनसी मशीनें और खरीदने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।