UP Coronavirus Update : उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के 6584 नए केस मिले, ठीक हुए इससे ज्यादा
उत्तर प्रदेश में कुल कोविड-19 संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 342788 पहुंच गया है। इनमें से 2700094 रोगी स्वस्थ हुए हैं। यानी अभी तक कुल 78.7 फीसद मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मिले नए मरीजों के मुकाबले कहीं ज्यादा रोगी स्वस्थ हुए। जहां 6584 नए मरीज मिले, वहीं उससे कहीं अधिक 6806 रोगी ठीक हुए। अब कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 3,42,788 पहुंच गया है। इनमें से 2,70,0094 रोगी स्वस्थ हुए हैं। यानी अभी तक कुल 78.7 फीसद मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से 98 लोगों की मौत हुई है। यह अब तक एक दिन में कोरोना से जान गवाने वाले लोगों की दूसरी बड़ी संख्या है। इससे पहले बीती 15 सितंबर को 113 लोगों की मौत हुई थी। अब तक कुल 4869 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है। अब एक्टिव केस 67825 हैं। वहीं लखनऊ में अधिक मरीज मिलने का सिलसिला जारी है और बीते 24 घंटे में 1244 मरीज मिले। अकेले राजधानी में दस हजार एक्टिव केस हैं।
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को बीते 24 घंटे में रिकार्ड 1,55,897 लोगों की कोरोना जांच हुई। अब तक 82,45,710 लोगों की जांच हो चुकी है। अब हर दिन करीब डेढ़ लाख से ज्यादा जांचे हो रही हैं। इसी महीने यूपी में एक करोड़ से ज्यादा लोगों की जांच कर लेगा। देश में अभी तक सर्वाधिक कोरोना टेस्ट करने वाला राज्य यूपी है। उधर, जिन 98 लोगों की मौत हुई उनमें लखनऊ के 16, कानपुर के 13, गोरखपुर के सात, मथुरा के छह, मेरठ के पांच, हरदोई के चार, अयोध्या, बुलंदशहर व प्रयागराज के तीन-तीन, वाराणसी, झांसी, बस्ती, बदायूं, फतेहपुर व जालौन के दो-दो, श्रावस्ती, बागपत, कौशांबी, बांदा, औरैया, फर्रुखाबाद, कन्नौज, संत कबीर नगर, रायबरेली, मैनपुरी, बिजनौर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, पीलीभीत, गोंडा, इटावा, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़, महाराजगंज, आगरा, शाहजहांपुर, बलिया, मुरादाबाद और बरेली का एक-एक व्यक्ति शामिल है।
मरीज को उनकी मर्जी पर ही भेजें प्राइवेट अस्पताल : अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मरीज को इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर एंड कंट्रोल रूम उनकी मर्जी पर भी प्राइवेट अस्पताल भेज सकते हैं। अगर रोगी सरकारी अस्पताल में इलाज करवाना चाहता है तो उसे पहले वहीं भेजेंगे। दरअसल कुछ जिलों में सीधे प्राइवेट अस्पताल में भेजने की शिकायतें आ रही थी।