यूपी में दवा और ऑक्सीजन की कालाबाजारी में अब तक 42 गिरफ्तार, रासुका व गैंगेस्टर में होगी कार्रवाई
एडीजी के अनुसार पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से 239 आक्सीजन सिलेंडर 688 रेमडिसिविर इंजेक्शन व 9.22 लाख से अधिक रुपये बरामद हुए हैं। दूसरी ओर शनिवार तक प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या 89 हजार के पार पहुंच गई है।
लखनऊ, [राज्य ब्यूरो]। काेरोना का बढ़ता संक्रमण सूबे में पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। एक ओर कंटेनमेंट जोन की व्यस्थाओं का दायित्व है तो दूसरी ओर दवाओं व आक्सीजन की बढ़ती कालाबाजारी पर नकेल कसने की जिम्मेदारी। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि दवाओं व आक्सीजन की कालाबजारी में अब तक 42 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी के विरुद्ध गैंगेस्टर व रासुका के तहत कार्रवाई होगी। सभी जिलों में पुलिस व एसटीएफ लगातार सक्रिय है।
एडीजी के अनुसार पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से 239 आक्सीजन सिलेंडर, 688 रेमडिसिविर इंजेक्शन व 9.22 लाख से अधिक रुपये बरामद हुए हैं। दूसरी ओर शनिवार तक प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या 89 हजार के पार पहुंच गई है। अब 1260 थानाक्षेत्र कोरोना संक्रमण के प्रभाव में आ चुके हैं। कंटेनमेंट जोन में 8.48 लाख से अधिक मकान हैं, जिनमें 42.70 लाख से अधिक लोग निवास कर रहे हैं। कंटेनमेंट जोन में व्यवस्था बनाने के लिए एक लाख से अधिक स्थानों पर बैरीकेडिंग की गई है और करीब 30 हजाार पुलिसकर्मियों को मुस्तैद किया गया है। बीते 24 घंटे में मास्क न लगाने वाले 29 हजार से अधिक लोगों के चालान भी किए गए हैं। एडीजी का कहना है कि लोगों को कोविड-19 से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करने के साथ ही नियम तोड़ने वालों के साथ सख्ती भी बरती जा रही है।
वीकेंड कफ्र्यू के दौरान आवश्यक वस्तुएं, मेडिकल स्टोर व औद्योगिक प्रतिष्ठान खोलने पर पाबंदी नहीं है। सफाई, चिकित्सा कार्य में लगे कर्मियों के आने-जाने पर भी छूट है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदार, बीमार परिजनों की दवाएं लेने के लिए बाहर निकलने वाले लोगों को भी छूट दी गई है। खासकर पुलिस इस माहौल में अफवाहें व भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रख रही है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल किसी भी भ्रामक संदेश का खंडन किए जाने के साथ ही ऐसी शरारत करने वालों पर कड़ी विधिक कार्रवाई के निर्देश हैं।
2241 पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमित : मोर्चे पर डटे पुलिसकर्मियों में भी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। वर्तमान मेें 2241 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं आैर बीते एक वर्ष में कोरोना से 97 पुलिसकर्मियों की जान जा चुकी है। पुलिसकर्मियों में संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है। बीती 16 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों की संख्या 461 थी, जाे लगातार बढ़ती जा रही है।