दबाव के चलते आइआइएम लखनऊ के 40 छात्रों ने पढ़ाई छोड़ी
आइआइएम के 31वें दीक्षांत समारोह में संस्थान के निदेशक अजीत प्रसाद ने बताया कि पढ़ाई के दबाव की वजह से 40 छात्रों ने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।
लखनऊ (जेएनएन)। आइआइएम लखनऊ के अकादमिक मानकों के अनुरूप खुद को न ढाल पाने और दबाव की वजह से 2015-17 बैच के 40 छात्रों ने बीच में ही संस्थान छोड़ दिया। कल आइआइएम के 31वें दीक्षांत समारोह में संस्थान के निदेशक अजीत प्रसाद ने यह जानकारी दी।
समारोह में उन्होंने ग्रेजुएट होने वाले छात्रों को 'हीरो' करार दिया। इस दौरान उन्होंने कहा, 'यह आप सभी के लिए एक बहुत कठिन यात्रा रही है जिसे कई छात्र पूरी नहीं कर पाए क्योंकि वो आइआइएम-एल के मानकों पर खरे नहीं उतर सके।' उन्होंने आगे कहा, 'खुद का आत्मनिरीक्षण करें और यह जानें कि आपको जीवन से और जीवन में क्या चाहिए। जोखिम उठाने से डरिए मत।'
प्रसाद ने कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की मदद से आइआइएम-एल नोएडा कैंपस में नेशनल फैकल्टी मैनेजमेंट सेंटर (एनएमएफडीसी) की स्थापना करेगा। उन्होंने कहा कि एनएमएफडीसी में देशभर के लिए योग्य शिक्षकों का एक पूल तैयार किया जाएगा।
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प्रसाद ने कहा, 'संस्थान ने अनुसंधान और परामर्श के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया है। साथ ही कृषि, उद्यमिता, स्वास्थ्य प्रबंधन, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और ग्रामीण विकास से जुड़े मुद्दों पर भी संस्थान ने काफी काम किया है।' प्रसाद के अनुसार इस साल छात्रों के करीब 106 रिसर्च पेपर देश की कई पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। इसमें से 37 रिसर्च पेपर देश के शीर्ष पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
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