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75 मिनट में 3540 बच्चों ने एक साथ फस्‍ट एड ट्रेनिंग लेकर बनाया रिकार्ड, गिनीज बुक में नाम दर्ज

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इनॉगरल हॉल में गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड टीम के प्रतिनिधि ऋषि नाथ की निगरानी में घायल व्यक्ति को फस्र्ट एड दिए जाने का जागरुकता प्रशिक्षण का आयोजन हुआ।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 07 Oct 2018 06:10 PM (IST)Updated: Sun, 07 Oct 2018 06:17 PM (IST)
75 मिनट में 3540 बच्चों ने एक साथ फस्‍ट एड ट्रेनिंग लेकर बनाया रिकार्ड, गिनीज बुक में नाम दर्ज
75 मिनट में 3540 बच्चों ने एक साथ फस्‍ट एड ट्रेनिंग लेकर बनाया रिकार्ड, गिनीज बुक में नाम दर्ज

लखनऊ (पुलक त्रिपाठी)। प्राथमिक उपचार यानी फस्र्ट एड से जुड़ी समग्र जानकारी हासिल कर होनहारों ने खुद को फस्र्ट साबित कर दिया। राजधानी के 3540 बच्चों ने एक साथ फस्र्ट एड दिए जाने की ट्रेनिंग लेकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड अपने नाम कर लिया। इससे पहले यह रिकार्ड यूनाइटेड किंगडम के 2582 बच्चों ने बनाया था।

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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इनॉगरल हॉल में गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड टीम के प्रतिनिधि ऋषि नाथ की निगरानी में घायल व्यक्ति को फस्र्ट एड दिए जाने का जागरुकता प्रशिक्षण का आयोजन हुआ। इसमें शहर के 18 स्कूलों के 3540 बच्चे शामिल हुए। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड टीम के मुताबिक प्रशिक्षण के लिए 90 मिनट का समय निर्धारित था। जिसे महज 75 मिनट में पूरा कर लिया गया। इस दौरान छात्र छात्राओं ने फस्र्ट एड से जुड़ी सभी जानकारियों को बारीकी से जान गनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड देश की झोली में डाल दिया। रिकॉर्ड घोषणा के बाद प्रतिनिधि ऋषिनाथ ने गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड बनाए जाने का प्रमाण पत्र केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को सौंपा। इस दौरान मुख्य रूप से जीडी गोयनका स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर सर्वेश गोयल व पॉयनियर मांटेसरी स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिला सिंह मौजूद रहीं।

रंग लाई मेहनत

गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड बनाने को लेकर बच्चों में गजब का उत्साह देखने था। सुबह नौ बजे से ही 18 स्कूलों से अलग-अलग संख्या में बच्चे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंच गए और करीब पंद्रह मिनट तक चले प्रशिक्षण के दौरान पूरी एकाग्रता बनाए रखी।

नाजुक हाथ चोट पर लगाएंगे मरहम

स्कूली बच्चों ने फस्र्ट एड ट्रेनिंग के जरिए न सिर्फ गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड देश के नाम किया बल्कि वो सभी जानकारी भी पाई जो हादसे में घायल व्यक्ति को जीवनदान दे सकती है। विश्व रिकार्ड बनाने वाले होनहार अब प्राथमिक उपचार के दौरान अपने नाजुक हाथों से घायलों के चोट पर मरहम लगाएंगे।

ये स्कूल शामिल हुए

गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड बनाने में शहर के जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, एमकेएडी इंटर कॉलेज, पॉयनियर मांटेसरी इंटर कॉलेज, भोनवार स्कूल ऑफ इंटर कॉलेज, एस आर ग्लोबल स्कूल, बक्शी का तालाब इंटर कॉलेज, नवयुग पब्लिक स्कूल, राज स्टेट पब्लिक स्कूल, द मिलेनियम स्कूल, महाराणा प्रताप इंटर कालेज, न्यू विजडम वे प्रोग्रेसिव स्कूल, सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, सेंट फिडेलिस कॉलेज व प्रज्ञा बालिका इंटर कॉलेज समेत कुल 18 स्कूलों के बच्चे शामिल रहे।


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