राजधानी में 320 करोड़ के निवेश की जमीन तैयार, इसी महीने से दिखने लगेगा काम
इन्वेस्टर्स समिट में सरकार से किया था एमओयू। डीएम ने प्रस्तावों पर विभागों से दस मई तक क्लीयरेंस मागा। राजधानी के लिए कुल 61 एमओयू पर हुए थे हस्ताक्षर।
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। इन्वेस्टर्स समिट के दो महीने बाद राजधानी में निवेश की जमीन तैयार होती दिख रही है। जल्द ही चार कंपनिया राजधानी में तीन सौ करोड़ का निवेश करने जा रही हैं। कंपनियों को एनओसी देने के लिए प्रशासन ने 10 मई तक की तारीख निर्धारित की है। माना जा रहा है कि एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद निवेश लाने के लिए फरवरी महीने में इंदिरा गाधी प्रतिष्ठान में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था। दो दिनों तक चले आयोजन के बाद केवल राजधानी के लिए 61 एमओयू प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए थे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के मुताबिक, जितने भी एमओयू प्रस्तुत किए गए हैं उनमें कुल 2848.33 करोड़ रुपये का निवेश का अनुमान लगाया गया है। पेश किए गए एमओयू की प्रस्तावित योजनाओं के लिए भूमि की उपलब्धता पर भी चर्चा की जा रही है। अब तक करीब 27 एमओयू प्रस्ताव ऐसे हैं जिनके लिए भूमि उपलब्ध है। जिलाधिकारी के मुताबिक उद्यमियों की परियोजना स्थापना के क्रम में निवेश मित्र पोर्टल पर एनओसी के लिए कुल दस अनापत्तिया दर्ज हैं। इसमें आवास विकास से एक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से तीन और फायर सर्विस के पास पाच एनओसी लंबित हैं। डीएम ने सभी अधिकारियों को दस मई तक प्रस्तावों के संबंध में एनओसी देने के निर्देश दिए हैं।
निवेश को तैयार
- मेसर्स पीटीसी इंडस्ट्रीज 205 करोड़ : स्टील और ऑयरन के क्षेत्र में काम
- अनहिता हास्पिटेलिटी एलएलपी 75 करोड़ रुपये निवेश
- मेसर्स मिस्टर ब्राउन बेकरी : 20 करोड़ का निवेश
- बेकरी और अन्य खाद्य उत्पाद
- मेसर्स इंटरनेशनल फ्लाइट किचन : 20 करोड़ रुपये का निवेश गायब रहने पर जल संस्थान के अफसरों को फटकार
डीएम ने विगत दो बैठकों से जल निगम के अफसरों के गायब रहने पर कड़ी आपत्ति जताई। डीएम ने कहा कि अगर भविष्य में इस तरह की लापरवाही मिली तो फिर कड़ी कार्रवाई होगी।