UPSRTC Update: यूपी में 32 हजार रोडवेज संविदा कर्मियों को मिलेगा वेतन और प्रोत्साहन भत्ता, तय हुईं शर्तें
यूपीएसआरटीसी बस का किलोमीटर पूरा किए बिना ही ड्यूटी को आधार मानकर चालकों-परिचालकों को वेतन और प्रोत्साहन भत्ता का लाभ दिया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के बीच बस संचालन बाधित चल रहा है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम बोर्ड ने सूबे के तकरीबन 32 हजार संविदा कर्मियों को राहत देते हुए वेतन और प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने की शर्ते तय कर दी हैं। इसके तहत बस का किलोमीटर पूरा किए बिना ही ड्यूटी को आधार मानकर चालकों-परिचालकों को वेतन और प्रोत्साहन भत्ता का लाभ दिया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के बीच बस संचालन बाधित चल रहा है। इसे देखते हुए किमी. के आधार पर संविदा कर्मियों को वेतन दिया जाना संभव नहीं है। ऐसे हालातों में परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक धीरज साहू ने मई माह में बस संचालन कम होने की दशा में शर्तो को शिथिल किया है। कर्मियों को छूट के साथ वेतन और भत्ता दिए जाने के आदेश सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को भेज दिए गए हैं जिससे काेराेना काल में न तो वेतन में विलंब हो और न ही कर्मियों को दिक्कतें आएं। इससे कोरोना महामारी में मई का वेतन 22 जून तक संविदा कर्मियों के बैंक खाते में पहुंच जाएगा।
ये हैं शर्ते
- मई 2021 में 50 फीसद बस में यात्री लोड फैक्टर की अनिवार्यता से कर्मियों को छूट रहेगी।
- तय किमी. के साथ ड्यूटी पूरा न करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
- कोरोना संक्रमण काल में जिन कर्मियों ने कोई काम नहीं किया उन्हें भी न्यूनतम वेतन दिया जाएगा।
- संक्रमित कर्मियों को 28 दिन की छुट्टी मिलेगी।
वाहन कारोबार को झटका: कोरोना काल में वाहन बाजार बुरी तरह लड़खड़ा गया है। कारोबारियों को जोर झटका लगा है। करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। 23 अप्रैल से 31 मई के बीच वाहनों की बिक्री में 12 हजार तीन सौ से अधिक का अंतर आया है और तकरीबन 20 करोड़ का नुकसान हुआ है।जो आम दिनों में एक माह में करीब 40 करोड़ के आसपास रहता है। कारोबारी कहते हैं लंबी सहालग और त्योहार इस बार यह आंकड़ा 45 करोड़ को महज एक माह में आसानी से पार करा देते लेकिन लॉकडाउन ने व्यापार को बड़ी चोट दे दी है।