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सोनभद्र में प्रदूषण फैला रहे 25 क्रशर प्लाट बंद

राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के निर्देश पर जिले में प्रदूषण फैला रहे २५ क्रशर प्लांटों को बंद करा दिया गया है। यह जानकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने सोनभद्र कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी को दी है। डीएम ने इस बैठक में एनजीटी के आदेशों के

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2015 07:47 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2015 07:50 PM (IST)
सोनभद्र  में प्रदूषण फैला रहे 25 क्रशर प्लाट बंद

लखनऊ। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के निर्देश पर जिले में प्रदूषण फैला रहे २५ क्रशर प्लांटों को बंद करा दिया गया है। यह जानकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने सोनभद्र कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी को दी है। डीएम ने इस बैठक में एनजीटी के आदेशों के पालन को सुनिश्चित कराए जाने की हिदायत दी है। जिलाधिकारी ने कहा कि औद्योगिक इकाईयां राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के निर्देशों का समयबद्ध अनुपालन करने में हीलाहवाली कर रही हैं। उनके खिलाफ कार्यवाही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सुनिश्चित करें। औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े जल प्रदूषित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराएं जाने के निमित्त अब तक लगाए गए शुद्ध पेयजल आरओ सिस्टम की समीक्षा भी हुई। डीएम ने क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देशित किया कि कोर कमेटी के संस्तुति के आधार पर मरकरी मानीटरिंग सिस्टम को जल्द से जल्द क्रियाशील करें। जिले मे प्रदूषण फैलाने वाले इकाईयों के मानकों की जॉच नियमानुसार की जाए। शुद्ध पेयजल के लिए स्थापित आरओ सिस्टम की मानीटरिंग आन लाईन की जाए और संबंधित औद्योगिक इकाईयां अपने स्थापित आरओ सिस्टम के मरम्मत व क्रियाशीलता पर सतत निगाह रखें। बैठक में एनसीएल ककरी के प्रतिनिधि के रूचि न लेने और गैर हाजिर रहने व लापरवाही रवैये के खिलाफ एनसीएल से वरिष्ठ अधिकारी से कार्यवाही हेतु पत्राचार करने का निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिया है। ओवर वर्डेन फ्लाईएस के निस्तारण के लिए भी प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। डीएम ने औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले अपशिष्ट/ऐस/राख आदि का नियमानुसार निस्तारण सुनिश्चित कराने, नियमित रूप से औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों के साथ ही सरकारी महकमों से जुड़े अधिकारियों की एक समंवय बैठक कराते रहने का भी निर्देश दिया। इस मौके पर एसडीएम डा. विश्राम यादव आदि रहे।

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प्रदूषण विभाग जिम्मेदारी का करे निर्वहन

जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी के निशाने पर प्रदूषण विभाग रहा। उन्होंने संबंधित अधिकारी को चेतावनी देते औद्योगिक इकाईयों के लिए पर्यावरण विभाग द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा कराने का निर्देश दिया है। औद्योगिक इकाईयों के साथ ही खनन क्षेत्र में स्थापित क्रशरों का भी निरीक्षण किया जाए। प्रदूषण अधिकारी कालिका सिंह ने बताया कि पर्यावरणीय मानक पूरा करने के लिए नियमित टेस्टिंग की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोर कमेटी के संस्तुति के आधार पर मरकरी मानीटरिंग सिस्टम के लिए संबंधितों को जिम्मेदारी दी गई है।


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