25 करोड़ पौधारोपण अभियान : यूपी में सबसे अधिक प्रजातियों के पौधे लगाने का बनेगा विश्व रिकॉर्ड
25 Crore Tree Planting Campaign उत्तर प्रदेश में इस बार 25 करोड़ पौधारोपण अभियान में सबसे अधिक प्रजातियों के पौधे रोपित करने का विश्व रिकॉर्ड बनेगा।
लखनऊ [शोभित श्रीवास्तव]। 25 Crore Tree Planting Campaign : उत्तर प्रदेश में इस बार 25 करोड़ पौधारोपण अभियान में सबसे अधिक प्रजातियों के पौधे रोपित करने का विश्व रिकॉर्ड बनेगा। इसके लिए यूपी की योगी सरकार ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से संपर्क किया है। गिनीज बुक ने 150 प्रजातियों का बेंचमार्क तय किया है। वन विभाग करीब 200 प्रजातियों के पौधे एक साथ रोपित करने की तैयारी कर रहा है।
पिछले साल यानी वर्ष 2019 में योगी सरकार ने 22 करोड़ पौधारोपण अभियान के तहत प्रयागराज में एक स्थल पर छह घंटे में 76,823 पौधे मुफ्त वितरित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। इसके अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कासगंज में एक ही स्थान पर एक लाख एक हजार पौधे रोपित कर रिकॉर्ड बनाया था। हालांकि योगी सरकार 22 करोड़ पौधारोपण का विश्व रिकॉर्ड बनाना चाहती थी लेकिन गिनीज बुक ने अलग-अलग स्थानों पर हो रहे पौधारोपण के इस रिकॉर्ड को शामिल करने से मना कर दिया था।
इस साल योगी सरकार जुलाई में किसी एक दिन 25 करोड़ पौधे रोपने जा रही है। इस बार सरकार सबसे अधिक प्रजाति के पौधे एक साथ रोपित करने का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रही है। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड ने इस कैटेगरी को पहली बार शामिल किया है। इसलिए 150 प्रजाति का मानक तय किया है। यानी इससे अधिक प्रजातियां एक साथ रोपित करने पर यह विश्व रिकॉर्ड बनेगा।
वन विभाग की नर्सरी में ही करीब 115 प्रजाति के पौधे मौजूद हैं। इसके अलावा उद्यान विभाग, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान सहित अन्य की मदद ली जा रही है। इसके अलावा पौधों की कई प्रजातियां ऐसी हैं जो स्थानीय स्तर पर अलग-अलग स्थानों पर प्रमुखता से पाई जाती है। इन्हें वन विभाग एकत्र करवा रहा है।
नौ एग्रो क्लाइमेटिक जोन रिकॉर्ड बनाने में करेंगे मदद : उत्तर प्रदेश में स्थित नौ एग्रो क्लाइमेटिक जोन सबसे अधिक प्रजातियों के पौधे रोपित करने के विश्व रिकॉर्ड में मदद करेंगे। यहां भाभर एंड तराई जोन, बुंदेलखंड जोन, सेंट्रल जोन, ईस्टर्न प्लेन जोन, मिड वेस्टर्न प्लेन जोन, नार्थ ईस्टर्न प्लेन जोन, साउथ वेस्टर्न सेमी एरिड जोन, विंध्य जोन व वेस्टर्न प्लेन जोन हैं। इनमें अलग-अलग प्रजातियों के पौधे लगाकर वन विभाग रिकॉर्ड बनाएगा।
हर प्रजाति के कम से कम 10 पौधे : प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष राजीव कुमार गर्ग ने बताया कि रिकॉर्ड के लिए हम पौधों की प्रजातियां एकत्र कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि हर प्रजाति के कम से कम 10 पौधे जरूर रोपे जाएं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि कुछ पौधे मर भी जाएं तो भी उस प्रजाति के पौधे बचे रहें। रिकॉर्ड के लिए पौधारोपण अलग-अलग स्थानों पर हो सकता है लेकिन पौधारोपण की निरंतरता बनी रहनी चाहिए। इसलिए पूरी तैयारी के साथ 25 करोड़ पौधारोपण किया जा रहा है।
जैविक पद्धति से तैयार हो रहे पौधे : वन विभाग की नर्सरी में इस बार 25 करोड़ पौधारोपण के लिए पौधे जैविक पद्धति से तैयार किए जा रहे हैैं यानी पौधों में केवल गोबर की कंपोस्ट खाद का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। रसायनिक खादों का उपयोग न करने से एक तरफ पर्यावरण संरक्षित रहेगा बल्कि कंपोस्ट खाद खरीदने से गोशालाओं की आमदनी भी बढ़ेगी। 25 करोड़ पौधारोपण मिशन के निदेशक मुकेश कुमार ने बताया कि नर्सरी में पौधों को पोषक तत्व देने के लिए इस बार जीवामृत का निर्माण कराया जा रहा है। इसे बनाने की विधि वन विभाग ने अपनी वेबसाइट पर भी डाल दी है। यह गाय के गोबर व गोमूत्र से बनाया जाता है। पौधों को कीटों से बचाने के लिए नर्सरियों में जैविक कीटनाशक का भी उपयोग किया जा रहा है।