UP Coronavirus Update: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 1746 नए केस मिले, और घटे एक्टिव केस
UP Coronavirus Update उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 1746 नए मामले सामने आए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 21495 हो गई है। कोरोना वायरस से ठीक होकर डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या 418685 हो गई है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,746 नए मामले सामने आए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 21,495 हो गई है। कोरोना वायरस से ठीक होकर डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या 4,18,685 हो गई है। अब राज्य में कोविड रिकवरी दर 91.64 फीसद हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में 1,35,506 सैंपल की जांच की गई। राज्य में अब तक कुल 1,31,47,388 सैंपल की जांच की जा चुकी है।
यूपी में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 1,746 नए रोगी मिले। इतने कम मरीज करीब तीन महीने पहले 17 जुलाई को मिले थे। नए मरीजों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की रफ्तार काफी तेज है। अब तक प्रदेश में कुल 4.56 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 4.18 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। अब रिकवरी रेट बढ़कर 91.64 फीसद हो गया है। यह राष्ट्रीय स्तर के रिकवरी रेट करीब 87.17 फीसद से भी ज्यादा है। अब एक्टिव केस घटकर 31,495 रह गए हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटे में 28 और लोगों की मौत हुई। अब तक यह वायरस 6,685 लोगों की जान ले चुका है। बीते 24 घंटे में 1.35 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। अब तक करीब 1.31 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। अब होम आइसोलेशन में 14,765 रोगी अपना इलाज करा रहे हैं और 2,561 मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। बाकी कोरोना रोगी कोविड-19 के सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं।
मेडिकल कॉलेजों में ठीक हुए 50 हजार रोगी, 50 लाख हुई जांच : कोरोना से संक्रमित वह मरीज जो मेडिकल कॉलेजों में भर्ती किए गए उनमें से 50 हजार रोगी स्वस्थ होकर घर वापस गए हैं। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने बताया कि 52 मेडिकल कॉलेजों में कोरोना के मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया। इन 50 हजार रोगियों में से 85 फीसद ऐसे थे जो पहले से किसी न किसी गंभीर रोग से ग्रस्त थे। यही नहीं मेडिकल कॉलेजों में स्थापित लैब में करीब 50 लाख आरटीपीसीआर जांच की गईं। जो कि टेस्ट में गोल्ड स्टैंडर्ड माना जाता है। केजीएमयू की लैब में छह लाख जांच, संजय गांधी पीजीआइ व लोहिया संस्थान में चार-चार लाख जांचे और बीएचयू एवं मेरठ मेडिकल कॉलेजों में तीन-तीन लाख कोरोना की जांच की गईं।